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[ ५ ] १२. राजस्थानी हस्तलिखित-प्रन्थ सूची भाग १, (प्र. ४४) मार्च १९५८ तक के ग्रंथों का विवरण ; सम्पादक - मुनि जिनविजय, पुरातत्त्वाचार्य, (३०२+१६), १९६० ई.,
मू. ४.५० १३. राजस्थान हस्तलिखित प्रन्थ सूची भाग २, (ग्र. ५८) १९५८-५६ के संगृहीत ग्रंथों का विवरण ; सम्पादक - पुरुषोत्तमलाल मेनारिया, (२+६१) १९६१ ई.। ।
मू. २.७५ १४. स्व. पुरोहित हरिनारायणजी विद्याभूषण ग्रंथ संग्रह, (प्र. ५५), सम्पादक : श्री
गोपालनारायण बहुरा और श्री लक्ष्मीनारायण गोस्वामी (+१६३+३८) १९६१ ई.।
मू. ६.२५ १५. मुंहता नैणसी री ख्यात भाग १, (ग्र.४८), मुंहता नैणसी कृत साधारणतः राजस्थान
देशीय एवं मुख्यतः (मारवाड़) राज्य का प्रथम प्रामाणिक व ऐतिहासिक ग्रंथ; सम्पादक प्रा. श्री बदरीप्रसाद साकरिया (११+३६५), १९६० ई.।
मू. ८.५० १६. मुं० नै० री ख्यात भाग २, (ग्र. ४६); प्रा. श्री बदरीप्रसाद साकरिया (११+३४३) १९६२ ई.।
मू. ६.५० १७. मु० न० री ख्यात भाग ३, (२+२६४) १९६४ ई. , , मू. ८.०० १८. सूरजप्रकास भाग १, (ग्र. ५६) : चारण करणीदान कविया कृत, सामान्य रूप से
मारवाड़ का ऐतिहासिक विवरण और विशेषत: जोधपुर के महाराजा अभयसिंहजी व सरबुलन्दखान के बीच हुए अहमदाबाद के युद्ध का समकालीन वर्णन; सम्पादक - श्री सीताराम लाळस (२०+३१०+३७), १९६१ ई. ।
मू. ८.०० १६. सूरजप्रकास भाग २, (प्र. ५७); सम्पादक - श्री सीताराम लाळस (e+३६३+६१)
१९६२ ई.। मू. ९.५० २०. भाग ३, (प्र. ५८); , , , (६७+२७५+८४),
१९६३ ई.। म्. ६.७५ २१. नेहतरंग, (ग्र. ६३) : बूंदी नरेश राव बुधसिंह हाड़ा कृत, काव्य-शास्त्रीय-ग्रंथ;
सम्पादक - श्री रामप्रसाद दाधीच; (३२+१२०), १९६१ ई.। मू. ४.०० २२. मत्स्य-प्रदेश को हिन्दी-साहित्य को देन, (ग्र. ६६) : लेखक डॉ. मोतीलाल गुप्त, पूर्वी राजस्थान में हस्तलिखित ग्रंथों की खोज विषयक शोध-प्रबन्ध; (8+२९६), १९६०
मू. ७.०० २३. राजस्थान में संस्कृत साहित्य की खोज, (प्र.३१) : अनु० श्री ब्रह्मदत्त त्रिवेदी, प्रोफेसर
एस.पार. भाण्डारकर द्वारा हस्तलिखित संस्कृत ग्रंथों की खोज में मध्यप्रदेश व राजस्थान में (१९०५-६) में की गई खोज की रिपोर्ट का हिन्दी अनुवाद (२७७+१९), १९६३ ई.।
मू. ३.०. २४. समदर्शी प्राचार्य हरिभद्र, (प्र. ६८) : लेखक-पं० सुखलालजी, हिन्दी अनुवादक-शान्ति
लाल म. जैन, राजस्थान के गणमान्य साहित्यकार एवं विचारक प्राचार्य हरिभद्र का जीवन-चरित्र और दर्शन; (+१२२), १९६३ ई०।
मू. ३.००