Book Title: Vruttamauktik
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishtan
View full book text
________________
सप्तम परिशिष्ट ग्रन्थोद्ध त ग्रन्थ-तालिका
नाम
ग्रन्थकार
पृष्ठांक
मुरारिः
अथ च अथवा अनर्घराघवम् अन्येऽपि अष्टाध्यायी इति वा उदाहरणमञ्जरी
१८६. ३८. २०५.
२०५. पाणिनिः २०३.
१८८. लक्ष्मीनाथभट्टः १०, १३, १६, १७, २१, २४,
८१. देवेश्वरः २०५. बाणः
२०३. दण्डी भारविः ९८, १००, १०६,१३६, १९२. रामचन्द्र भट्टः १०५, १०७, ११४, ११६, १२१,
१३५, १३७, १३८, १३६, १५१,
कविकल्पलता कादम्बरी काव्यावर्शः किरातार्जुनीयम् कृष्णकुतूहलमहाकाव्यम्
कण्ठाभरणम् खङ्गवर्णने गौरीवशकस्तोत्रम् गोविन्दविरुदावली गीतगोविन्दम् चन्द्रशेखराष्टकम् छन्दःसूत्रम् छन्वःसूत्रवृत्तिः
१२०. लक्ष्मीनाथभट्टः १६०. शङ्कराचार्यः १०५. श्रीरूपगोस्वामी २२२, २२४, २२८. जयदेवः २०५. मार्कण्डेयः १४५. पिङ्गलः १८४, २०४. हलायुषः १५८, १७३, १०५, १७७, १७८,
१९४, १९८, १९६, २००. अमरचन्द्रः (?) ३३०, ३३१. शम्भुः १०६, १३६, १९७.२७२, २००,
२८२, २८३. गङ्गादासः ६२, ६३, १०५, १२४, १४०,
१४७, २०६.
छन्दोरत्नावली छन्दश्चूडामणिः ?
छन्दोमञ्जरी

Page Navigation
1 ... 650 651 652 653 654 655 656 657 658 659 660 661 662 663 664 665 666 667 668 669 670 671 672 673 674 675 676 677 678