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वृत्तमौक्तिक-पञ्चम परिशिष्ट
छन्द-नाम
लक्षण
प्रस्तार. संख्या
सन्दर्भ-ग्रन्थ-सङ्केताङ्क
१०; गाथा-१६. १०; अर्धकला-१७.
१७.
म सस स स स भ स स स ज स भ ज स सभ स भ भ स रन स त न स भन स
१०, १६. १० विद्युत्-१६. १७.
१७.
हलमुखी
२५५.
२१७.
कनकम् २२०. सौम्या २२३. रञ्जकम् २३६. अक्षि २३६,
उदयम् २४४. अनवीरा २४७. प्रियतिलका २५१. २५३. पाकेकरम्
घौनिकम २६३. वल्गा
कीटमाला ३२०. मसृणकम् ३३६. लीला
वारिधियानम् ३६६. ३८३. कठिनास्थि ४००. विकचवती ४०६. वन्दारुः ४३६. दधि ४६४. स्फुटघटिता
२, ५, ६, १०, १३, १७, १८, १६, १७. १७. १७. १७.
३००.
السم سه سه س
१७.
१७. १७; अहीरी-१७. १७. १७. १७; उदधि-१७.
दशाक्षर-छन्द
१०.
२०.
शेफाली धूम्राली नीरोहा वीरान्ता निर्मधा मध्याधारः वंशारोपी बन्धूकः कूलम् बन्धकम् बोधातुरा
यम मग य य म ग स र मग ज समग न त मग म भ मग य भ मग भभामग तन मग भन मग यमय ग
५०.
६३. ६६.
१७; सकृद्बोधा-१७.