Book Title: Vruttamauktik
Author(s): Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishtan

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Page 636
________________ प्रस्तार संख्या छन्द-नाम मकरन्दः वनलतिका ३३, ६६, १६६. तनुकिलकिञ्चितम् यय य य त त त त ग ग ३६,६४,५७६. विनयविलासः न य न य न य न य ग ग ५,११,४७. विश्वविश्वासः म य य य र र त त गग ६५,३४,९६१. अशोकानोकहम् म भ न भ न र त त ग म ६५,८७,०६१. श्राभासमानम् ६५,८७,०६५. वीर विक्रान्तः म न ज त त त त त ग ग्र १,११,८४,८११. विकुण्ठकण्ठः र ज र ज र ज र ज ग ग १,१२,०२,८१६. चारुगति: न न स म न ज र ज ग ग १,५७,९०, ३२१. भसनशलाका म भ स म न य त नग ग १,६७,६७,८७१. उज्झितकदनम् भ न ज ज ज न न न ग ग न य न य न न न न ग ग न न न न न न न न ग ग न न म य न न स य ल ग मस ज स स स य य ल ग १,६१,३२,६६२. कुहककुहरम् १,६२,४८,२८५. सूरसूचकः १,६८,१५,६१०. विषाणाश्रितम् य न र भ ज त सय लग २,२३,६६,४२७. विनिद्र सिन्धुरः र र र र ज र ज र लग २,२३,८०,१७७. शकुन्तकुन्तलः म र र न न र ज र ल ग २,८१,४२,४२७. काकलीकल- र स ज ज भ र स ज ल ग कोकिल: सुधाकलशः न ज भ ज ज ज भ ज ल ग २,९३,३०,९४३. शृङ्खलवलयितं भन न भ म न न ज लग ३,२१,७५.७६२. विरामवाटिका न ज र स नजर न लग ३,३५,६२,८२१. कर्णाटकम् त भ ज भ ज भ न न ल ग भ न न स म न न न ल ग श्रापीड: वेगवती न ज न स भ न न न ल ग न न र र र र र र ग ल स स स स स स स स ल ल ३,८३,४७, ६६८. कुम्भकम् ५,७५,२१,८८४. वशंवदः सन्दर्भ-ग्रन्थों में प्राप्त वणिक वृत्त २७. मालावृत्त २७. २७. विकसितकुसुमम् मालावृत्तम् लक्षण वंशाक्षर छन्द मम मन ज न त य ग म प्रकीर्णक छन्द म त त त न न य य य म भ न न न न न न स म म त न भ म म भ म सन्दर्भ-ग्रन्थ-सङ्केताङ्क १७. १७. १७. १७. १७. १७. १७. १७. १७. १७. १७. १६. १७. १७. १७. १७. १७. १७. [ ५०३ १०, १६. १७. १७. १७. १०; १०. १७. १७. ५, ६, मालाचित्र - १०. १६; मालावृत्तम् - १६. १६.

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