Book Title: Vedant Chintamani
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Page 71
________________ लमायायगोचरे / / 54 // ब्रह्मानंदमयोलोकोव्यापिवैकुंठसंज्ञकः // निर्गुणोऽनाद्यनंतश्ववर्त्ततेकेवलेऽक्षरे // 55 // अक्षरंब्रह्मपरमंवेदानांस्थानमुत्तमं // तल्लोकवासीतत्रेस्थैःस्तुतोवेदैःपरात्परः // 56 // चिरंस्तुत्याततस्तुष्टःपरोक्षपाहता निगरा।। तुष्टोस्मितभोपाज्ञावरंयन्मनसीप्सितं // 57 // श्रुतयऊचुः // // नारायणादिरूपाणिज्ञातान्यस्माभिरच्युत। सगुणंब्रह्मसर्वेषांवस्तुबुद्धिर्नतेषुनः // 58 // ब्रह्मेतिपठ्यतेस्माभिर्यदूपंनिर्गुणंपरं // वाङ्मनोगोचरातीतंततोनज्ञानयतेतु / / तत् // 59 // आनंदमात्रमितियद्वदंतीहपुराविदः // तद्रूपंदर्शयास्माकंयदिदेयोवरोहिनः॥ 60 // श्रुत्वैतद्दर्शयामास / खेलोकंप्रकृतेःपरं / केवलानुभवानंदमात्रमक्षरमध्यगं // 61 // यत्रदंदावनंनामवनंकामदुर्घद्रुमैः // मनोरमनिकुंजाती यंसर्वर्तुसुखसंयुतं / / 62 // यत्रगोर्द्धनोनॉमसुनिर्झरदरीयुतः // रत्नधातुमयःश्रीमान्सुपंक्षिगणसंकुलः // 63 // यत्र / निर्मलपानीयाकालिदीसरितांवरा // रत्नबद्धोभयतटीहंसपद्मादिसंकुला // 64 // शैश्वद्रासरसोन्मत्तंयत्रगोपीक दंबकं / लसत्कदंबमध्यस्थःकिशोराकतिरच्युतः॥६५॥ दर्शयित्वेतिचपाहब्रूतकिकरवाणिवः // दृष्टोमदीयोलोकोयंय तोनास्तिपरंवरं / / 66 // श्रुतयऊचुः॥ ॥कोटिकंदर्पलावण्येत्वयिदृष्टेमनांसिनः॥ कामिनीभावमासाद्यस्मरक्षुब्धा 1 तिगेक्षरे 2 मये 3 के 4 चोअक्षरेपरमेव्योमन्प्रतिष्ठिताइतितैत्तिरीयश्रुतेः 5 अक्षरेस्थितैः 6 आधिभौतिकजगदपेक्षयापरादाभ्या त्मिकादक्षरादण्याधिदैविकत्वेनपरः 7 वेदान् 8 अशेषाणांनोस्माकं 9 निर्गलितवस्तुत्वबुद्धिः 1. गिरिरितिशेषः 11 मुपदंकाकादिव्या / / Hत्तये 12 नॉनारा 13 समूहः 14 कदंबवृक्षाः वस्तुतस्तुगोपीवृंदं तत्कदंबकमध्यस्थइत्यपिपाठः१५ कंदर्पकोटीतिक्वचित् - -- -

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