Book Title: Tattvabodhak Kalyan Shatak
Author(s): Hemshreeji
Publisher: Hemshreeji

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Page 18
________________ ( १६) अउखो दस हजार वर्षतुं । उत्कृष्टो दोढ पल्योपम नुं । त नव इंद्रनी देवीनुं जघन्य आउखो दस हजार वर्षतुं । उत्कृष्टो आउखो अडधा पल्योपमनु। तथा उत्तरना पासाना भुतानी इंद्र आदि लेईने नव इंद्र नुं जघन्य दस हजार वर्षनुं । उत्कृष्टो बे पल्योपम देशऊणो । ने उत्तरना पासाना नव इंद्र नी देवी नुं जघन्य दस हजार वर्षतुं । उत्कृष्टो एक पल्योपम देश उणो । पृथ्वाकाय नुं जघन्य अंतर मुहूर्त नुं । उत्कृष्टो बावीस हजार वर्ष नुं । तथा बादर पृथ्वीना ६ भेद कहे छे ॥ सन्ना गोपीचंदना दिक तेनुं उत्कृष्टो एकहजारवर्षतुं बीजी सुधानामें पृथ्वी ते नदीनी भेखला दिक प्रमुख तेनुं आउखु बार हजार वर्ष नुं । त्रीजी बालुका नामें पृथ्वी ते सचित वेलु प्रमुख ते नुं उत्कृष्टो चउद हजार वर्ष नुं । चोथी मणसिल नामें पृथ्वी ते सुरमादिक ते नुं उत्कृष्टो सोल हजार वर्ष नुं । पांचमी शरकरा नामें पृथ्वी ते सुवर्णा दिक ते नुं उत्कृष्टो अठार

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