Book Title: Tattvabodhak Kalyan Shatak
Author(s): Hemshreeji
Publisher: Hemshreeji

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Page 62
________________ ( ६० ) ५ मनणी १ सर्व १२ एम १७ जोग १५ कसाय २५ सोले कसाय नोकसाय सर्व मिली हेतु ५७ पहिले गुणठाणे हेतु ५५ लाभे आहरक १ आहारीक मिश्र २ जोगटल्या बीजे गुणगणे हेतु ५० लाभे ५ मिथ्यात्व टल्या त्रीजे गुणाठाणे हेतु ४३ लाभे अनंतानु बंधी चोकडी टल्यी उदारीको मिश्र १ वे क्रियनो मिश्र २ कारमण ३ एम जोगंटल्या चोथे गुणठाणे हेतु४६ लाभे ३ जोग पाछा आव्या पांच मे गुणठाणे हेतु ३९ लाभे आप्रत्याख्यानी वाकडी टली सनी अबत टली कार्मण जोग उदारीक मिश्र नोटल्या । छटे गुणठाणे हेतु २६ लाभे १९ आव्रतटल्या प्रत्यख्यानी चोकडी टली आहारक आहारकनो मिश्र २ जोग पाछा आव्या सातमे गुणठाणे हेतु २४ लाभे २ मिश्र जोग टल्या आठ गुणठाणा हेतु २२ लाभे आहारक वेकीय २ जोग टल्या नव मे गुणठाणे हेतु १६ लाभे ६ हास्यादिक टल्या | दशमे गुणठाणे हेतु १

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