Book Title: Sramana 2015 01 Author(s): Sundarshanlal Jain, Ashokkumar Singh Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi View full book textPage 6
________________ Contents 1-17 18-26 27-44 स्वप्न : एक मनोवैज्ञानिक चिन्तन साध्वी प्रशंसाश्री 'मोक्षा' आध्यात्मिक विकास का रहस्य (योगबिन्दु के परिप्रेक्ष्य में) डॉ० राहुल कुमार सिंह "विशेषावश्यकभाष्य' में ज्ञान के सम्बन्ध में 'जाणइ' एवं 'पासइ' शब्दों का तात्पर्य डॉ० पवन कुमार जैन मध्य-प्रदेश में विदिशा से प्राप्त ऐतिहासिक महत्त्व की जैन मूर्तियां प्रो. मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी डॉ. शान्तिस्वरूप सिन्हा लीलावाईकहा में अलङ्कार व्यवस्था श्रीमती सुलेखा मोगरा 45-50 51-67 69-80 World Peace and Pratikramaņa (Confession) Dr. Samani Shashi Prajna Śrâvakâcâra and Pañcâcâra H. Khushalchand 7. 81-102 स्थायी स्तम्भ पार्श्वनाथ विद्यापीठ समाचार जैन जगत् साहित्य सत्कार 103-106 107-108 109-110Page Navigation
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