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मुद्रक :शेठ देवचंद दामजी आनंद प्रेस-भावनगर.
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प्राचीन ऐतिहासिक सस्ती पुस्तकें.
जैन जाति महोदय-प्रथम खण्ड ( सचित्र ) जैन धर्म व जैन जातियोंका सच्चा इतिहास बडे ही सोधखोजसे लिख गया है पृष्ट संख्या १०५० चित्र ४३ रेशमी पकी जिल्द हानेपर भी किंमत केवल रु. ४)
समरसिंह-यह एक ऐतिहासिक घटनाएसे परिपूर्ण तीलंग देशका मलिक और श्री शत्रुजय तीर्थका पंद्रहवा उद्धारक जैन शासनमें यशस्वी उज्वल रत्न वीरवर समरसिंह के साथ ढाईहजार वर्षों की ऐतिहासिक बातोंका खजाना सचित्र ग्रन्थ हैं. पृष्ट ३०० चित्र १० किंमत ११) सजिल्द १॥
पुस्तक मिलनेका पत्ताश्रीरत्नप्रभाकर ज्ञान
पुष्पमाला. मु. फलोदी (मारवाड)