Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 291
________________ : अउणापण्णं पढम, सेसा परपयररहिय होंति मुहा।। सगपयरेहि विरहिया, रूवूणेहिं मुहा भूमी // 68 // अउणापण्णं छत्तीसा पणुवीसा दुअट्ठ नव चउरो / सत्तत्तीस छव्वीसा, सत्तर दस पंच दो य दिसि // 69 // अडयालीसं पढम, सेसा परपयररहिय होति मुहा / सगपयरेहिं विरहिया, रूपूणेहिं मुहा भूमी // 70 // अडयाला पणतीसा, चउवीसा पनरसट्ठ तिण्णेव / छत्तीसा पणुवीसा, सोलस णव चउर एंगं च // 71 // मुहभूमिसमासद्धं, दिसाण विदिसाण होति रूवूणं / ... सयपयरेहि गुणेयं(ऊ), सोहणयं सोहय इमं तु // 72 // पुढवीपत्थडतुल्लं, सोहणयं रयणमादिसु दिसासु / बारस बारस नव छ च्च छ, च्च तिण्णेव विदिसासु // 73 // सव्वेसि पत्थडाणं, एगदिसाए उ पयरमाणेणं / एक्कक्कूणे, ठाविय, तिभागसेसं तु सोहणयं // 74 // एयं बाहग्गाओऽवणेत्तु सेसं तिहा विभइऊणं / तिहि ठाणेहि ठवेडं, सोहणगस्सावि हर भागं // 75 // तिहि चेव सयाकालं, जं लद्धं तं तिहा उ काऊणं / दो भागा ऊ तंसे, पक्खेवो एग चउरंसे // 76 // सोहण दो उद्धरिया, तत्थेगो तंसि एग चउरंसे / एगुद्धरियं तंसे, एगा बाहा हवति एसा एवं एगदिसग्गं, चउसंगुणियं तु होइ सव्वग्गं / पुढवीए पुढवीए, वट्टा तंसा य चउरंसा अडवीसा चोसट्टा, चोयाला सत्त सत्त य सयां उ।। बारस चोयालाया, अडवीसहिया उ विदिसासु // 79 // // 77 // // 78 // 282

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