Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
________________ लवणे कालोअम्मि य, जंबुद्दीवे अ धायईसंडे / पुक्खरवरदीवड्डे, कमसो थोवा उ संखगुणा हिमवंते हेमवए, महहिमवं कुरुसु हरि निसढ भरहे। संखगुणा य विदेहे, जंबुद्दीवे समा सेसे // 33 // चुल्लमहहिमव निसढे, हेमकुरुहरिसु भारह विदेहे। चउ छठे साहीया, धायइ सेसा उ संखगुणा // 34 // पुक्खरवरे वि एवं, चउत्थठाणम्मि नवरि संखगुणा / एसुं संहरणेणं, सिझंति समा य समगेसु // 35 // जंबुनिसहंत मीसे, जं भणि पुव्वमहिअ बीअहिमे / .... दु ति महहिम हिमवंते, निसढ महाहिमव बिअहिमवे // 36 // तिअनिसहें बिअकुरुसुं, हरिसु अ तह तइअ हेम कुरु हरिसु / दु दु संख एग अहिआ, कम भरह विदेह तिग संखा // 37 // दुसमदुसमाइ थोवा, दूसम संखगुण सुसमदुसमाए / अस्संखा पण छटे, अहिआ तुरिअम्मि संखगुणा. // 38 // अवसप्पिणिअरएसुं, एवं ओसप्पिणीइ मीसे वि / परमुवसप्पिणी दुस्सम, अहिआ सेसेसु दुसु वि समा // 39 // थी 1 नर 2 नरय 3 तिरित्थी 4, तिरि 5 देवी 6 देव 7 थोव संखगुणा / इग 1 पणिदि 2 थोव 1 संखा 2, तरु 1 भू 2 जल 3 तसिहि 4 संखगुणा // 40 // चउ 1 ति 2 दुग 3 नरय तरु 4, महि 5 जल 6 भवण 7-8 वणिंद 9-10 जोइ 11 देवि सुरा 12 / नारी 13 नर 14 रयणाए 15, तिरिई 16 तिरि 17 णुत्तरा य 18-19 सुरा 20 // 41 // 334
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