Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 353
________________ 'जा एगिदिएहिँ थोवा, सिद्धा पंचिंदिएहिँ संखगुणा / तरुपुढविआउतसकाइएहि संखा गुणा कमसो // 95 // णरगचउत्था पुढवी, तच्चा दोच्चा तरू पुढवि आऊ। भवणवइदेविदेवा, एवं वणजोइसाणं पि // 96 // मणुसी मणुस्स पढमा, उ णारया तह तिरिक्खि तिरिया य। . देवा अणुत्तरादी, सव्वे नि सणंकुमारंता // 97 / / ईसाणदेविसोहम्म-देविईसाणदेवसोहम्मा / सव्वेसि जहाकमसो, अणंतरायाण संखगुणा . // 98 // थोवा णपुंस इत्थी, संखा संखागुणा तओ पुरिसा / / ताणमणंतरमागय-भेयाण वि ते वि एमेव // 99 // थोवा तित्थगरीओ, अतित्थसिद्धा य साहुणी साहू / कमसो संखा तित्थं-करा अणंता पुणो संखा // 100 // गिहिअण्णसलिंगेहिँ, सिद्धा थोवा दुवे असंखगुणा। पंचचरित्ते चउ तिग, थोव असंखा अ संखगुणा // 101 // थोवं परिहारचऊ, पंचग संखा असंख छेयतिगं / छेयचउक्कं संखे, सामाइतिगं च संखगुणं // 102 // थोवा उ सयंबुद्धा, पत्तेयाई हवेज्ज संखगुणा / दुगचउतिगणाणीणं, थोव असंखा य संखगुणा // 103 // मणपज्जवणाणतिगे, दुगे चउक्के मणस्स णाणस्स / थोवा संख असंखा, ओहितिगे होंति संखेज्जा // 104 // ओगाहणा जहण्णा, थोवा उक्कोसिया असंखगुणा। . तत्तो वि असंखगुणा, णायव्वा मज्झिमाए वि // 105 // अप्पडिवइया सिद्धा, संखासंखा अणंतकाला य / थोव असंखेज्जगुणा, संखेज्जगुणा असंखगुणा - // 106 // 344

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