Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

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Page 352
________________ // 84 // // 85 // // 86 // // 87 // // 88 // // 89 // परिमाणेण अणंता, कालो ऽणाईअणंतओ तेसिं / णत्थि य अंतरकालो, अप्पबहुयं अओ वोच्छं सामुद्द दीव जल थल, दोहं दोण्हं तु थोवसंखगुणा / उड्डअहतिरियलोए, थोवा संखा गुणा संखा खेत्तं कालो य जहा, बहुओ बहुया तहा उ सिद्धा उ / सट्टाणवज्जियाणं, सट्टाणे बहुय ते सिद्धे लवणे कालोए वा, जंबुद्दीवे य धायईसंडे / पुक्खरवरे य दीवे, कमसो थोवाइसंखगुणा ओसप्पिणिए थोवा, उस्सप्पिणिए विसेसमहिगा उ। संखेज्जगुणा य तओ, णोसप्पुस्सप्पिणीए वि अइदूसमाएँ थोवा,संख असंखा दुवे विसेसहिया / दूसमसुसमा संखा, गुणा उ ओसप्पिणीसिद्धा अइदूसमाएँ थोवा, संख असंखा य दोण्णि सविसेसा। दुस्समसुसमा संखा,गुणा उ उस्सप्पिणीसिद्धा थोवा दोण्ह विसेसो, संख असंखा दुवे य पुव्वकमा / ओसप्पिणिउस्सप्पिणि-तइयाए संख सविसेसा अइदूसमाएँ थोवा, सविसेस असंख तिण्णि सविसेसा / तदकाले ओसप्पिणि-सिद्धाणऽप्पबहुं एयं अइदूसमाइ दुण्णि उ, थोव असंखा तिई विसेसहिया / तयकाले उस्सप्पिणि-सिद्धाणऽप्पबहुं एवं (उभए तिण्हं थोवा, सविसेस असंख तह विसेसहिया / दुगदुग विसेसमहिया, तदकालुभय भवे सिद्धा) मणुई मणुया णारय, तिरिक्खिणी तह तिरिक्ख देवीओ / देवा य जहाकमसो, संखेज्जगुणा मुणेयव्वा 343 // 90 // // 91 // // 92 // // 93 // // 94 // // 94 //

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