Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
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________________ . वीरपउमंतरं पुण, चुलसी सहस सगवास पणमासा / पंचमअरयनरा सगकरूच्च वीससयवरिसाऊ . // 32 // सुहमाई दुपसहंता, तेवसुदएहिं चउजुअदुसहसा / : जुगपवरगुरू तस्सम, इगारलक्खा सहस सोल मोल .. // 33 // एगवयारि सुचरणा समयविऊ पभावगा य जुगपवरा / पावयणियाइदुतिगाइ-वरगुणा जुगपहाणसमा बारवरिसेहिँ गोयमु, सिद्धो वीराउ वीसहिँ सुहम्मो / चउसट्ठीओ जंबू, वुच्छिना तत्थ दस ठाणा // 35 // मणपरमोहि पुलाए, आहारगखवगउवसमे कप्पे / संजमतियकेवलिसि-ज्झणा य जंबुम्मि वुच्छिन्ना // 36 // सिज्जंभवेण विहिअं, दसयालिय अट्ठनवइ वरिसेहिं / सत्तरिसएहिं थक्का, चउ पुव्वा भद्दबाहुम्मि . // 37 // तुट्टिसु थूलभद्दे, दोसयपनरेहिँ पुव्वअणुओगो / सुहुममहापाणाणि अ, आइमसंघयणसंठाणा // 38 // पणचुलसीइसु वयरे, दस पुव्वा अद्धकीलिसंघयणं / छस्सोलोहिँ अ थक्का, दुब्बलिए सड्ढनव पुव्वा // 39 // छव्वाससएहिँ नवु-त्तरेहिँ सिद्धि गयस्स वीरस्स / रहवीरपुरे नयरे, खमणा पाखंडिआ जाया / // 40 // तेणउअनवसएहिं, समइक्कतेहिं वद्धमाणाओ / पज्जोसवण चउत्थी, कालगसुरिहिँ तो ठविआ // 41 // वीरजिणा पुव्वगयं, सव्वं पि गयं सहस्सवरिसेहिं / . सुन्नमुणिवेअजुत्ता, विक्कमकालाओ जिणकालो . // 42 // तेरसएहिं वीरा, होहंति अणेगहा मइ (य) विभेआ / बंधंति जेहिं जीवा, बहुहा कम्माइमोहणियं // 43 // 34

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