Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala

Previous | Next

Page 305
________________ तो बारस सोहणयं, अवणेहि तिहिं च तो हरे भागं / भागहिए जं लद्धं, तत्थ सयं सत्तरं होइ . // 235 / तं तित्थं काऊणं, सोहणभागं हराहि तिहिँ पच्छा। जं लद्धं तं दुगुणं, खिव तंसे इयरमेगगुणं // 236 / इय माहिदत्थं पडि-रासीए तिण्णि वीहरासीओ। तो णं सणंकुमारे, वडगरासिं करे तिगुणं // 237 // तिगुणीकए उ वट्टे, संसे दुगुणे तहेव चउरंसे / पच्छा मज्झिल्लिंदा, बारस वट्टेसु पक्खेवो // 238 // पंच सया बावीसा, तिण्णेव सया उ होंति छप्पण्णा / तिण्णि सया अडयाला, सणंकुमारस्स वट्टादी // 239 // माहिंदत्थो रासी, पुव्वं पडिरासिऊण जो ठविओ। तत्थ उ वट्टगरासिं, एंगगुणं दुगुणमिवरं तु // 240 // सत्तर सयं अणूणं, तिण्णेव सया हवंति छप्पण्णा / तिणि सया अडयाला, वट्टादि महिंदसक्कस्स. // 241 // बारस सय छव्वीसा, कप्पम्मि सणंकुमार आवलिया / अट्ठ सया चोवत्तर, विमाण माहिद आवलिया // 242 // एक्कारस लक्खाई, अट्ठाणउतिं भवे सहस्साई / सत्त सया चोवत्तर, हवंति पुप्फावकिण्णाणं // 243 // सत्तेव सयसहस्सा, णवणउई खलु भवे सहस्साइं / सयमेगं छव्वीसं, हवइ उ पुप्फावकिण्णाणं // 244 // सव्वेसु पत्थडेसुं, मज्झे वढं अणंतरं तंसं / एयंतर चउरंसं, पुणो वि वढं तओ तंसं . // 245 // वर्ल्ड वट्टस्सुवरिं, तंसं तंसस्स उप्पर होइ। .. चउरंसे चउरंसं, उड्टुं तु विमाणसेढीओ // 246 // 26.

Loading...

Page Navigation
1 ... 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366