Book Title: Shastra Sandesh Mala Part 13
Author(s): Vinayrakshitvijay
Publisher: Shastra Sandesh Mala
________________ तीसा य पण्णवीसा, पनरस दस चेव सयसहस्साई / तिण्णेगं पंचूणं, पंचेव अणुत्तरा णिरया . // 56 // सत्तट्ठा पंच सया, पणणउइ सहस्स लक्ख उणतीसं / रयणाए सेढिगया, चोयाल सया उ तेत्तीसं // 57 // सत्ताणउइ सहस्सा, चउवीसं लक्ख तिसय पंचहिया / बीयाए सेढिगया, छव्वीस सया उ पणणउया // 58 // पंच सया पण्णारा, अडणउति सहस्स लक्ख चोद्दस य / तइयाए सेढिगया, पणसीया चोद्दस सया उ // 59 // तेणउया दोण्णि सया, णवणउति सहस्स णव य लक्खाई / पंकाए सेढिगया, सत्त सया होंति सत्तहिया // 60 // सत्त सया पणतीसा, णवणउति सहस्स दो य लक्खाई। धूमाए सेढिगया, पण्णट्ठा दो सया होति . // 61 // णवणउई च सहस्सा, णव चेय सया हवंति बत्तीसा / पुढवीए छट्ठीए, पइण्णगाणेस संखेवो . // 62 // सेटिंदयणरया णं, तेवट्ठी खलु हवंति छट्ठीए / पंचेव सत्तमीए, पइण्णगा णत्थि बोधव्वा // 63 // एवं पइण्णगाणं, तेसीति होति सयसहस्साई / / णउई वा वि सहस्सा, तिम्णि सया चेव सीयाला // 64 // णव चेव सहस्साइं, छ च्चेव सया हवंति तेघण्णा / सेटिंदयणिस्याणं, एवं दुहओ वि चुलसीति // 65 // दिसि विदिसि अंतरगया, णरया उ पइण्णगा मुणेयव्वा / छसु वि पुढवीसु भणिया, जहाणुपुव्वीऍ पविभागा // 66 // सीमंतगो उ उवरिं, सव्वमहे होइ अप्पइट्ठाणो / सव्वेसिं णिरयाणं, एगुज्जू एक्कमेक्कस्स // 67 // 281
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