Book Title: Saral Hastrekha Shastra
Author(s): Rameshwardas Mishr, Arunkumar Bansal
Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh
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सुखी नहीं होता। हृदय रेखा – पर स्टार होने से हृदय सम्बन्धी बीमारी होती है। अंगूठे पर नक्षत्र होने से इच्छा शक्ति प्रबल होती है।
क्रास • शनि क्षेत्र पर क्रास का चिह्न होने से व्यक्ति के शरीर में कई बार घाव लगते हैं तथा रहस्यमय दुर्घटना भी हो सकती है। • रवि क्षेत्र पर क्रास का चिह्न होने से व्यक्ति व्यवसाय में हानि और पराजय का मुंह देखता है। समाज में उपहास एवं निन्दा का सामाना करता है। • चन्द्र क्षेत्र पर यह निशान होने से व्यक्ति कई बार पानी में डूबता है और बच जाता है। जलोदर तथा दिमागी रोग होने की आशंका बनी रहती है। • मंगल क्षेत्र पर होने से व्यक्ति को कारावास होता है तथा ऐसे व्यक्ति अत्यन्त क्रोधी होते हैं लड़ाई झगड़े में मरना मारना इनके लिए आम बात होती है। • बुध क्षेत्र में यह निशान होने से व्यक्ति घूर्त, ठग, धोकेबाज, झूठा एवं समाज में निन्दनीय जीवन बिताता है। • गुरुक्षेत्र में यह निशान होने से ब्यक्ति का आदर्श विवाह, सोच समझ से कार्य करने वाला, ससुराल से धन प्राप्ति तथा पढ़ी लिखी एवं पतिव्रता पत्नी प्राप्त होती है। • शुक्र क्षेत्र पर यह निशान होने से प्रेम में असफलता मिलती है तथा बदनाम होकर निन्दनीय जीवन बिताता है। ऐसे लोगों का लक्ष्य पूर्ण नहीं होता तथा जीवन निराशापूर्ण होता है। • राहु क्षेत्र पर क्रास का निशान होने से युवा अवस्था में दुःख प्राप्त होता है तथा हमेशा भाग्यहीन होता है। • केतु क्षेत्र पर क्रास का निशान होने से शिक्षा प्रभावित होती है। • जीवन रेखा पर क्रास चिह्न होने से आयु प्रभावित होती है।