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प.
- सर्वाभ्यन्तर मंडलेथी
'पश्चिम दिशा
लवण समुद्र
सं.यू...
जम्बू
INA
VIN
17.1
सर्वबाह्य मंडले जतो
वर्ती सूर्य.
सं. ३२
[आकृति नं.८
द्वीप
क्षिणायन
- मंडल अंतर ५ योजन
- सर्वषा मंडले पहोंचेला न्तर मंडले आगमन.
पू. प.
चा. मं.
लवण समुद्र
जम्बू
आकृति नं. ८. आकृति नं. ९
पूर्व सूर्यनुं पुनः सर्वाभ्य
[आकृति नं. ९
द्वीप
Diagram No. Diagram No. 9.
ગ
३२. (१) सर्वाभ्यन्तर मण्डलसे सर्ववाय मण्डल में जाता पश्चिमदिशावत्ती सूर्य
(२) सर्वबाह्यमण्डल में पहुँचे हुए पूर्वसूर्यका पुनः सर्वाभ्यन्तर मण्डल में आगमन । 32. (1) The Western sun moving to the whole outer circle from the whole inner circle. (2) Arriving of the Eastern-sun to the whole inner circle after having reached to the outer circle
पू.