Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 901
________________ नेमिनाथपूजा शंभूराम .. ग्रन्थानुक्रमणिका ] [ ३७ मन्थनाम लेखक भाषा पृष्ठ सं० प्रन्यनाम लेखक भाषा पृष्ठ सं० नेमिनाथपुराण ब्राजिनदास (सं०) १४७ | नेमिराजुलगीत जिनहर्षसूरि (हिं०) ६१८ नेमिनाथपुराण भागचन्द (हि.) १४६ मिराजुलगीत भुवनकोति हि०) ६१८ कुवलयचन्द (सं.) ७६३/ नेमिराजुलपच्चीसी ल (हे.) ४४१,७४७ नेमिनाथपूजा सुरेन्द्रकीर्ति (सं०) ४६ नेमिराजुल समाय .. fo) ४५३ नेमिनाथपूजा (हि.) ४६६ नेमिरासी (हि०) ७४५ नेमिनाथपूजाष्टक सं०) ४६E नेमिस्तवन जितसागरगणी नेमिनाथपूजाष्टक (हि.) ४६६ नेमिस्तवन ऋपि शिव (हि.) ४०० नेमिनाथफागु पुण्यरत्न (हि.) ७४८ मेमिस्तोय - (०, ४३२ नेमिनाथमङ्गल लालचन्द (हि.) ६०५ नेमिसुरववित्त [गमिनुर राजमातांन] कवि ठक्कुरसी नमिनाथराजुल का बारहमासा रजि०) ६३८ नेमिनाथरास ऋषि रामचन्द (हि०) ३६२ | नेमीश्वरका गीत नेमीचन्द नेमिनाथस्तो पं० शालि (म०) ७५७ | नेमीश्वरका बारहमासा खतसिंह हि०) ७६२ नेमिनाथरास ब्र रायमल्ल (हि.) ७१६, ७५२ ने मीश्वरको वेलि टक्कुरसी नेमिनाथराम ___ रत्नकीर्ति (हि.) ६३८ नेमीश्वरकी स्तुति भूधरदास (ह०) ६५० नेमिनाश विजयदेवतरिहि १६ ! नमीश्वरका हिंडालना मुनि रतनकीति (हि.) ७२२ नेमिनाथस्तोत्र पं० शालि (सं०) ३६६ | नेमीश्वरके ददाभव ब्र० धर्मरु:च (हि०) ७३८ नेमिनाथाष्टक भूधरदास (हि.) ७७७ | नेमीश्वरका रास भाजीव (हि.) ६६८ नेमिपुराण [हरिवंशपुराण] प्र० नेमिदत्त (सं०) १४७ नेमीश्वरचौमामा सिहनन्दि हि०) ७२८ नैमिनिर्वाण महाकवि वाग्भट्ट (सं०) १७७ नेमीश्नरका फाग रायमल ह.) ७६३ नेमिनिर्वाणपक्षिका - (सं०) १७७ नेमीश्वरराजुलको लहुरी खेतसिंह साः (हि.) ९ नेमियाहलो (हि०) २३१ नमीश्वरराजुलविवाद ब्रज्ञानसागर (हि.) ६१३ नेमिराजमतीका सोमासिया (हि.) ६१६ नेमीश्वररास मुनि रतनकीति (हि.) ७२२ नेमिराजमती की घोड़ी (हि.) ४४१ नमीश्वररास म. रायमल्ल (हि.) ६०१ नेमिराजमतीका गीत हीरानन्द । (हि.) ४४१ ६२१, ६३८ नेमिराजमति बारहमासा (हि.) ६५७ नैमित्तिक प्रयोग (म०) ६३३ नेभिराजमतिरास रत्नमुक्ति नैषधचरित्र इपंकीति नेमिराजलव्याहलो गोपीकृष्ण । नौशेरवां बादशाहकी दस ताज - हि.) ३३० मराजुलबारहमासा आनन्दसूरि (हि.) ६१८ न्यायकुमुदचन्द्रिका प्रभाचन्द्रदेव (सं०) १३४ राज पिसज्झाय समयसुन्दर (हि.) ६१८ | न्यायकुमुदचन्द्रोदय भट्टाकलङ्कदेव (सं०) १३४

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