Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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ग्रंथ एव प्रन्थकार ]
अंधकार का नाम
रघु
रघुराम-
रणजीतदासरत्नकीर्ति
रतनचंद -
रत्न मुक्ति
रत्नभूषण
रल्हकवि
रसिकराय -
राजमल
राजसमुद्र --
राजसिंह
राजसुन्दर
राजाराम -
राम
रामकृष्ण -
रामचंद्र -
ग्रंथ नाम
बारह भावना
सभासारनाटक.
११४
३३८
स्वरोदय
३४५
नेमीश्वरका हिण्डोलमा ७२२
नेमीश्वरस
६३८८
चौबीसोविनती
देवकीको दान
नेमी राजमतीरास
૬૧૭
जिनचैत्यालयजयमाल ५६४
६५२
Ex
जिनदत्ततीई
नेहलीला
तत्वार्थ सूत्रटीका
कर्मबत्तीसी
जीवकासका
शत्रुञ्जयभास
शत्रुनयस्तवन
सोलहसतियों के नाम
पद
ग्रंथ सूची की । प्रथकार का नाम
पत्र सं
दशमाला
सुन्दर गार
पद
ब
पद
रत्नपरीक्षा
जकड़ी
पत्र
હર્
६४६
**
श्रादिनाथपूजा
चंद्रप्रभजिनपूजा
३०
૨૭
६१६
६१६
६१९
૬ ? E
ऋषिरामचन्द्र
५८७
'७४३, ७७१
६८३, ७२६
५.६०
रामभगत -
६५३ मिश्रीरामराय -
३५८
४३८
६६८
६५१
४७४
रामचन्द्र
रामदास
रामविनोद
ब्र० रायमल्ल --
ग्रंथ नाम
चतुविशतितीर्थव पूजा
पद
पूजासंग्रह
प्रतिमासान्त चतुर्दशी
व्रतोद्यापन
पुरुपस्त्रीसंवाद
बारहखडी
[ ६२१
ग्रंथ सूची की
पत्र सं
४७२, ६६६, ७२७,
७२६,७७२
५८१.६६८ ६८६
५२०
शिखरविलारा
सम्मेदशिखरपूजा
सोतभ्चरित्र
नेमिनाथरास
रामविनोद
鸭
सुपार्श्वनाथपूजा
उपदेशसभाम
कल्याणमंदिरस्तोत्र भाषा
पद
२०६७२५
७५६
५५५
३८०
५२०
७८६
७१५
५४५.
६६३
वृहदचारिणयनीति
५.५०
५८३५६६
६६३, ६९७, ७७२
५८२
चितामणि जयमाल दियालीसठाणा
३८५
३६२
३०२
वस्त्रभाषा ३३३
रामविनोदभाषा ६४०
प्रादित्यत्रारकथा
७१२
६५५
७६५
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