Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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ग्रंथ एवं प्रन्थकार
६२६ । मथकार का नाम
ग्रंथ नाम
ग्रंथ सूची की
पत्र संभ
-
व
प्रथ नाम नथ सूची की | ग्रंथकार का नाम
पत्र से पद ५७६, ५८८ ! सुग्वानंद
५८६, ७७७ , सुगनचंदपद्मावतोरानीमाराधना ६१७ पद्मावतीस्तोत्र ६८५ सुन्दरपाइवनावस्तवन पुण्यछत्तीसी फलबधीपार्श्वनाथस्तवन ६१६ बाहुबलिसम्झाय ६१६ | सुन्दरगामिंगचीसविरहमानजकडी ६१७ | सुन्दरदासमहावीरस्तवन ७३५ मेघकुमारसज्झाय ६१८ मौनएकादशीस्तवन ६२० राणपुरस्लवन ६१६ सुन्दरदास--॥ बलदेवमहामुनिसज्झाय ६१६ | सुन्दर भूषण--- विनती
७३२ । सुमतिकीतिशल्जयतीर्थरास ६१५, ७०० श्रेणिकराजासम्झाय ६१६ | सुमतिमागरसझाय
पंचमेरपूजा चतुर्विशतितीर्थकर
पूजा ४७३ कपडामाला का दूहा ७७३ नायिकालक्षण पद
७२४ सहेलीमीत जिनदत्तरिगीत कवित्त
६४३
७१० सुन्दरविलास
७४५ सुन्दरश्रृंगार
७६८ सिन्दूरप्रकरणमाषा ३४० पद
५८७ क्षेत्रपालपूजा ७६३ जिनस्तुति
७६३ दशलक्षणवतोद्यापन
७६५
पद
प्रत्तजयमाला
सइसकीतिसाईदाससाधुकीति
यादीश्वररेखता पद
६२० | सुरेन्द्रकीतिसत्तरभेदयूजा ७३५, ७६० जिनकुशलकीस्तुति ७७८ मात्मशिक्षासम्झाय ६१
७७७ , सूरचंद
सूरदास
५८० कवित्त
७७० । सूरजभानयोसबाल- कवित्त
६५६ | सूरजमल---
मादित्यवारकथाभाषा ७०७ जैनबीमूडबद्रोकीयात्रा ३६६
६२२ सम्मेदशिखरपूजा समाधिमरणभाषा
६.४
सालम--- साइकीरतसाहिबरामसुखदेव सुखरामसुखलाल
७६६, ७६३ परमात्मप्रकाशभाषा ११२
पद
५८१
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