Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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१२..1 पंधकार का नाम ग्रंथ नाम प्रथ सूची की | ग्रंथकार का नाम
पत्र सं० जिनप्रभसूरि- सिखमतंत्रवृत्ति २६७ | दामोदरजिनदेवमूरि
मदनपराजय जिनलाभसूरि
चतुर्विंशतिजिनस्तुति ३८७ जिनबद्ध नसूरि- अलंकारवृत्ति ३०८ | देवचन्द्रसूरि-- जिनसेनाचार्य- आदिपुराण १४२, ६४६ दीक्षितदेवदत्त
ऋषभदेवस्तुति ३१ | देवनदिजिनसहस्रनामस्तोत्र ३६२ ४२५, ५७३, ६४७
७०७, ७४७ जिनसेनाचार्य- हरिवंशपुरारण १५५ जिनसुन्दरसूरि
होली
१२ म जिनेन्द्रभूषण- जिनेन्द्रपुराण मक शासकीसि- यशोधरचरित्र १९२ ज्ञानभास्कर
पाशाकवलो २८६ । देवसूरिज्ञानभूषण
प्रात्मसंबोधनकाव्य १. ! देवसेनऋषिमंडलपूजा ४६३, ६२६ | देवेन्द्रकीतिगौम्मटसारकर्मकाण्डटीका १२ तत्वज्ञानतरंगिणी ५८ पंचकल्याणकोद्यापमपूजा ६६० भक्तामरपूजा १२ श्रुतपूजा
५३७ सरस्वतीपूजा
५४५, ५५१
सरस्वती स्तुति दैवज्ञद्ध दिराज
जातकाभरण २८२ त्रिभुवनचंद्र
निकालचौबीसी ४८४ दयाचंद्र
तत्वार्यसूत्रदशाध्यायमूजा दौसिंह
४८२ | धनञ्जयदलिपतराय बंशीधर- अलंकाररत्नाकार ३०८
[ ग्रंथ एवं मन्थकार ग्रंथ नाम ग्रंथ सूची की
पत्र संघ चन्द्रप्रभचरित्र प्रशास्ति प्रतकथाकोश २४१ पार्श्वनाथस्तवन सम्मेदशिखर महात्म्य गर्भषडारचक्र १३१, ७३७ जैनेन्द्रव्याकरण २५६ नोबोसतार्थंकरस्तवन ६०६ सिद्धिप्रियस्तोत्र ४२५, ४२७, ४२६. ४३१, ५७२, ५६५, ५७८, ५६७, ६०५, ६०६, ६३३,
६३७, ६४४ शांतिस्तवन पालापपद्धति
१३० चन्दनषष्ठीव्रतपूजा ७३ चन्द्रप्रभजिनपूजा ४७४ पनक्रियोद्यापन ६३८, ७६६ द्वादशनतोद्यापनपूजा ४६१ पंचमीयतपूजा ५०४ पंचमेरुपूजा प्रतिमासांतचतुर्दशीपूज! ७६१ रविव्रतकथा २३७,५३५ रैवतकथा
२३६ व्रतकथाकोश २४२ सप्तऋषिपूजा ७६५ कातन्त्ररूपमालाटीका २५८ द्विसंधान काव्य नाममाला २७५, ५७४
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