Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text ________________
६१० ]
मंथकार का नाम
ज्ञानचंद - ज्ञानभूषण-
ग्रंथ नाम
म० ज्ञानसागर --
ग्रंथ सूची की प्रकार का नाम
पत्र सं
नेमिजिम स्तवन
प्रवचनसार
प्रीतिकर वरित्र
भावडीक
वारिषेणमुनि कथा
सम्यक्त्वमुदोभाष]
पद
जौहरीलाल बिलाला - विद्यमान बीस तीर्थंकर
पूजा
२४०
२५२
६८६ टीलाराम
समन्तभद्रकथा ७५८ टेकचंद
४४५, ६६४, ६६६
७८६७६८
श्रालोचनापाठ
लब्धिविधानपूज
अक्षयनिधिपूजा
श्रादीश्वर फाग
जलगालग रास
पोमहरास
६१८
|११४ | मांझराम
१८२ | टीकमचंद -
७७
५३५
५६१
५३४
४५४
३६०
३६२
७६२
अनन्त चतुर्दशीकथा
२१४
अष्टाङ्गिक कथा
७४०
आदिनाथ कल्याणकथा ७०७
कथासंग्रह
रत्नत्रयकथा
लघु रविव्रतकथा
टोडर
२२० पं० टोडरमल -
दशलक्षणव्रतकथा
૨૪
नेमीश्वर राजुल विवाद ६१३
माणिक्यमाला थ
प्रश्नोत्तरी ६०४
७४०
२४४
[ ग्रंथ एवं प्रन्थकार
ग्रंथ सूची की
पत्र सं
ग्रंथ नाम
सोलहकारणकथा
पद
४४५
चतुर्दशीकथा ७५४, ७७३
चंद्र सकथा
६३९
६३६
६३६
श्रीमलजी की स्तुति
स्तुति
पद
७४०
७८२
कर्मदहनपूजा ४६५ ५१८
७१२
४८३
तीन लोकपूजा नंदीश्वरखतविधान ४६४
५१८ ५०१
पंचकल्याणक पूजा
पंचपरमेष्ठीपूजा ५०३, ५१८
पंचमेरुपूजा
५०५
पुण्याश्रवकथाकोश २३४
रत्नत्रयविधानपूजा
५३१
सुष्टितरंगिणी भाषा
सोनहकार मंडल विधान
गोम्मटसारसं दृष्टि त्रिलोकसारभाषा
६७
달후
पद ५८२, ६१४, ६२३ ७६७, ७७६, ७७७ आत्मानुशासन भाषा १०२ क्षपरणासारभाषा
७
गोम्मटसारकर्मकाण्ड भाषा ४३ गोम्मटसारजीकाण्डभाषा १०
गोम्मटसारपीठिका
११
१२
३२१
*
Loading... Page Navigation 1 ... 972 973 974 975 976 977 978 979 980 981 982 983 984 985 986 987 988 989 990 991 992 993 994 995 996 997 998 999 1000 1001 1002 1003 1004 1005 1006 1007