Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur

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Page 971
________________ [ १० नथ नाम ग्रंथ सूची की पत्र सं. चर्चासागर चन्दनमलयागिरिकथा २२३ पद २३५ मधुमालतीकथा ज्ञानस्वरोदय ग्रारतीपंचपरमेष्ठी ७६१ पद ५८८, ७६८ प्रकृत्रिमजिनचैत्यालयपूजा४५२ जिनसहस्रनामपूजा ४८० ५५२ ४४६, ७६८ थीपतिस्तोत्र द्वादशानुप्रेक्षा १०६ मनमोदनपंचशतीभाषा ३३४ पाव जिनगीत होलीकीकथा २५५, पद ग्रन्थ एवं ग्रंथकार । प्रथकार का नाम अथ नाम मथ सूची की | ग्रंथकार का नाम पत्र सं. गुणपूरण पद ७६८ | चम्पालालगुणप्रभसूरिनवकारसज्झाय | चतर-- गुणसागर दीपायनलाल ४४० ! चतुर्भुजदास शांतिनाथस्तवन गुमानीराम पद ६६६ . परणदासगुलाबचन्दकवका चिमनागुलाबरायबडाकक्का चैनविजयमह गुलालफरकाबत्तीसी चैनसुखलुहाडियाकचित्त ६७०, ६६२ गुलालपच्चीसी ७१४ पक्यिा ७४० द्वितीयसमोसरण गोपीकृष्ण नेमिराजुलब्याहलो २३२ छत्रपति जैसवालगोरखनाथ गोरखपदावली ७६७ गोविन्द बारहमासा ६६६ | छाजूघनश्याम पद ६२३ | छीतरठोलियाघासी मित्रविलास ३३४ चन्द-- चतुर्विंशतितीर्थकरस्तुति ६८५ | छोहल ७२० पद ५०७, ७९३ गुणस्थानमा चंद्रकीर्ति समस्तनतकीजयमाल ५६४ | छोटीलाल जैसवालचन्द्रमान छोटेलालमित्तलचन्द्रसागर द्वादशत्रतकथासंग्रह २२८ | जगजीवनचम्पाबाई चम्पाशतक ४३७ | जगतरामगोदीका- चम्पाराम धर्मप्रश्नोत्तरश्रावका चार ६१ भद्रवाहुचरित्र १८३ | a K ५६१ बाटला पंचेन्द्रियबेलि पंथीगोत पद ७२३ वैराग्यगीत (उदगीत) ६३७ तत्वार्थसारभाषा ३. पंचकल्याणक्यूजा एकीभावस्तोत्रभाषा ६०५ पद ४४५, ५८१, ५८२ ५८४, ६१५, ६६७, ६६६, ७२४, ७५७, ७८३, ७६८, ७EE .

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