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मुंहता नैणसीरी ख्यात मार लियौ'। वृंदीथी कोस ३० गांव १४४० लागै । मऊ छोटो सो सहर पिण छै। पीपाड़ सारीखो रड़ी ऊपर वसै छै। भाखर छै । अगवारै गांव ७०० चौड़े छ। पछवारै' गांव ७४० भाखर झाड़ छ । मऊरा कोटरा पठा' हे नदी उतार सदा वहतो रहै । सेझो को नहीं । सेवज गोहूं चिणा घणा' । धरती काळी, वाड चावळ घणा। रैत लोधा, किराड़, मीणा वसै' । हाडा भगवंतसिंघरी जागीरीमें पाई छ । सु भगवंतसिंघ वडा-वडा मोहळ", तळाव नवा संवराया छै । घर ... हजार दोय २००० वसै छै ।।
१ कोटो, वृंदीथी कोस १२, गांव ३६० लागै । निपट वडी ठोड़ । जोधपुररा धणीरै सोझत ग्रासवेधरी" ठोड़ त्यूं वृंदी दूजी ठोड़ कोटो । नदी चंवल ऊपर हाडै मुकन्दसिंघरा कराया बड़ा मोहळ छ।
१ खैरावद, बूंदीथी कोस ४०, मऊथी कोस १४ । दूजो नांन" मिलकी-अभिरांमपुर । गांव ८४ लागै ।
१ पैळाइतो, बूंदीथी कोस १४, कोटाथी कोस ८ गांव ८४ । १ सांगोद, वृंदीथी कोस २५, गांव ८४ । १ वाटी, खीचियांरो उतन । वृंदीथी कोस २५ । कोटातूं कोस ..
७, गांव ५१ । १ घाटोली, खीचियांरो उतन । बूंदीसू कोस २५, कोटातूं कोस
६, गांव ३१ ।
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____ I खोस कर उस पर अधिकार कर लिया। 2 छोटी पहाड़ी परका (वा ऊंचा . उठा हया) समतल मैदान । 3 आगेकी ओरके ७०० गांव तो चोड़े-मैदानमें हैं। 4 और पीछेकी ओरके ७४० गांव पहाड़ों पर वृक्षोंसे घिरे हुए हैं। 5 पानीको रोकनेके लिए बांधके रूपमें बनाई हुई एक दृढ़ दीवार. अथवा. दीवारको नींवमें पानीकी टक्करको रोकनेके लिये वनाई हुई पुष्टि। 6 नदी-नालों आदिका पानी सोखनेसे कूत्रों आदिमें पानीका बढ़ाव 1 7 (अतः ऊपरकी भूमिमें नमी बनी रहनेके कारण) सेवज (विना सिंचाईके उत्पन्न होने वाले) गेहूं चने अधिक ।' 8 ईख। 9 लोधा, किराड़ और मीणे-यह · . प्रजा वमती है। 10 प्राप्त हुई है। II महल । 12 (१) अधिक कर प्राप्त होने वाली . उपजाऊ भूमि, (२) संकटके समय रक्षाका स्थान । I3 नाम ।