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मुंहता नैणसीरी ख्यात कछवाहा कहीजें'।
जिणरा भाख रोत-कछकुंभो उकरणरो भाई। वाहा कही । भड़सीकुंभांणियांरी वडी पीठ
पोता। छ । अांबेर चाकर छ। ... वेणीदास । ... महेसदास पीथारो।
... साहिबखांन वेशीदासरो। ... किसनसिंघ । राजा
भलो रजपूत हुवो। जैसिंघरै बटा कीरत
पैहली आसपखारै थो"। .. सिंघ कनै रहतो । संमत
पछ पातसाही चाकर १७०८ काविल मीच
हुवो। मुंबो।
किसनसिंघ साहिव१२ जुणसी कुंतळरो।
खांनरो । रांजा अनुरुष १२ हमीर कुंतळरो। जिगरा गोड़रो चाकर' ।
हमीर-पोता-कछवाहा १२ कछवाहो भड़सी , कहोज, सु हमीरदेरा
कुंतळरो। तिगरा पोतरा घण। डील छै ।
कीतावत-कछवाहा .. प्रांवेर चाकर छै । केई
कहीजै । नरायण चाकर छ ।
१२ पालणसी राजा ....... ... पतो!
कुंतळरो जिणरा जोगी... स्यांमसिंघ पतारो।
कछवाहा कहीजै । . राजा जैसिंघरो चाकर। इगांरी ठाकुराई ... रामसिंघ पतारो।
पैहली जोवनेर हुती। १२ भड़सी राजा कुंतळरो
हमैं तो जोबनेर जोगियांसूं .
_I जुगसीका पुत्र कछवाहा कूभा जिसके वंशज कुंभाणी-कछवाहे कहे जाते हैं। 2 कुंभारिणयोंकी बड़ी प्रतिष्ठा है। 3 किशनसिंह राजा जयसिंहके बेटे कीतिसिंहके पास रहता था, सं० १७०८ में कावुलमें अपनी मौत मरा। 4 कुंतलका बेटा हमीर, जिसके वंशज हमीर-पोता कछवाहे कहे जाते हैं, हमीरदेवके पोतों आदिका बड़ा कुटुम्ब है, कई आमेरमें
और कई नरागमें चाकर हैं। 5 जिसके वंशज भाखरोत-कछवाहे या भड़सी-पोता कहे जाते हैं। 6 पहले आसफखांके यहां नौकर था। 7 राजा अनिरुद्ध गौड़का चाकर। 8 जिसके ... कीतावत-कछवाहे कहे जाते हैं। 9 जिसके जोगी-कछवाहे कहे जाते हैं। 10 इनकी। ..