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मुंहता नैणसीरी ख्यात
२२ हिरदैनारायण । रावळा गांव ४, मेड़तारो गांव गांगरड़ो
दियो यो ।
२१ सकतसिंघ राजा श्रासकरणरो । २२ गोविंददास ।
२३ भावसिंग ।
१६ सुरतांण राजा प्रथीराजरो ।
२० तिलोकदास | दसमतखांनसूं विढ मुंवो' ।
२१ केसोदास मीच मुंवो । २२ सिंघ ।
२० सुंदरदास सुरतांगरो । २१ नरसिंघदास ।
२० वाघ सुरतांणोत । २१ उग्रसेण ।
२० मोहणदास सुरतांणोत ।
२० सकतसिंघ सुरतांणोत ।
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२१ सहदेव सकतावत |
२१ देवसिंघ, वीठळदास गोंड़रै कांम आयो, रजा बाहदर साथै ।
२२ सुजांगसिंघ, राजा वीठळदासरै चाकर ।
१६ जगमाल राजा प्रथीराजरो ।
२० खंगार जगमालोत । जिण खंगाररा खंगारोत - कछवाहा नराइणारा धणी छै ।
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२१ नराइणदास खंगारोतनूं अकवर पातसाह नराइणो पर्ट उतन कर दियो ।
२२ दुरजणसाल नराइणदासरो ।
I मारवाड़ राज्यकी श्रोरसे मेड़ताका गांगरड़ा गांव और चार गांव और दिये गये थे। 2 दममतखांसे लड़ कर मरा । 3 देवीसिंह रजा बहादुरके साथ विट्ठलदास गोड़के. काम आया। 4 जगमालका वेटा खंगार, जिसके वंशज खंगारोत कछवाहे नराणाके स्वामी हैं ।। 5 संगारके वेटे नारायणदासको वादशाह अकबर ने नराणा पट्ट और वर्तन कर दिया