Book Title: Munhata Nainsiri Khyat Part 01
Author(s): Badriprasad Sakariya
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 324
________________ ३१६ ] मुंहता नैणसरी ख्यात कांम ग्रायो' ७। मालदे कचरावतरा । २१ फरसरांम कचरावतरे बेटा १२ | २२ राघोदास फरसरांमरो । २३ पीथो । २३ गिरवर । २३ स्यामसिंघ | २३ कांन्ह | २२ वाघ फरसरांमरो । २३ मोहणदास । रावळे वास थो' । २४ नरहरदास । २३ जगनाथ । २३ किसनसिंघ वाघवत । पंवारे मारियो ३। २२ भगवानदास फर्सरामरो । २२ जसवंत फरसरांमरो । २३ हरिजस । २३ राजसिंघ | २३ किसनसिंघ | २२ वलिरामजी फरस रामोत । २३ नाथो । २३ उदैकरण फरसरामोत । २३ गोविंददास | २३ गोवरनदास । २३ लूंणो । २२ हरिदास फरसरांमरो | २३ जैतसिंघ | २३ वीठळवास | २२ रामचंद फरसरांमरो । पंवारांरी वेद कांम ग्रायो । २३ गोपीनाथ । २३ पूरो । २२ उभांण फरसरांमरो । २२ नरसिंघदास फर्सरांमरो । २३ दूदो १२ । २१ रुद्रकंवर | रावत किस नसिंघजीरो साळो । किसनसिंघजी साथै कांम आयो । २२ सूरसिंघ रुद्ररो । २२ कुंभकरण रुद्ररो । २२ मनोहरदास रुद्ररो । २३ राजसिंघ | २३ हरकरण ४ । २१ भोपत कचरावत । किसनसिंघजीरै वास I पूर्व में भट्टीकी लड़ाईमें काम प्राया । 2 मोहनदास जोधपुर महाराजाके यहां नौकर था । 3 वाघाका बेटा किशनसिंह जिसे पंवारोंने मारा । 4 पंदारोंकी लड़ाईमें मारा, गया। 5 रुद्रकुमार रावत किशनसिंहजीका साला जो उन्हींके साथ मारा गया ।

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