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छेड़ी"राग का श्रवण करते ही वह बाध पले हुए कुत्ते की भाँति एकदम शान्त होकर पंडितजी को देखने लगा।
• रूसी वैज्ञानिक एस. बी. कोदाफे ने संगीत द्वारा आँखों की बीमारी दूर करने के सफल प्रयोग किये हैं।
• ध्वनि-तरंगों का विज्ञान/मंत्रविज्ञान अतिप्राचीन है। मंत्रशक्ति से प्रात्मा की सुषुप्त चेतना को पुनः जाग्रत कर सकते हैं और आत्मा की अधोगामी चेतना का पुनः ऊर्वीकरण कर सकते हैं।
तीर्थंकर परमात्मा मालकोश राग में उपदेश देते थे...जिसे सुनते ही हिंसक प्राणी के भी हिंसक/क्रूर/रौद्र परिणाम तुरन्त नष्ट हो जाते थे और वे प्राणी भी अत्यन्त शान्त व गंभीर बन जाते थे।
शब्द की प्रभावशाली शक्ति से कोई इन्कार नहीं कर सकता है।
___ शब्द-शक्ति के विषय में इतनी पूर्व-भूमिका लिखने का यही उद्देश्य है कि कहीं शब्द-शक्ति से अज्ञात बनकर तुम गफलत में न आ जाओ।
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शब्द का भी सत्संग होता है।
• अच्छे शब्दों का पठन-पाठन व स्वाध्याय हमारी अन्तरात्मा को जाग्रत करता है और बुरे शब्दों का पठन-पाठन व वाचन हमारी चित्तवृत्तियों को मलिन बनाता है।
मृत्यु की मंगल यात्रा-103