Book Title: Madhyam vrutti vachuribhyamlankrut Siddhahemshabdanushasan Part 02
Author(s): Rajshekharvijay
Publisher: Shrutgyan Amidhara Gyanmandir

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Page 609
________________ ॐ सूत्राणामकाराद्यनुक्रमणिका * सूत्रम् सूत्राङ्कः। सूत्रम् सूत्राङ्कः। सूत्रम् सूत्राङ्कः / अइउवर्ण-देः। 1 / 2 / 41 // | अच्च प्रा-श्च / 2 / 1104 // / अदसोऽकवायनणोः / / अं अः-सौ / 1 / 1 / 9 // अजातेः पञ्चम्याः / 5 / 1 / 170 // अदसो दः सेस्तु डौ / 2 / 1 // 4 // अं अः-शिट् / 1 / 1 / 16 / अजातेः शीले / 5 / 1 / 154 // अदिकस्त्रियां०७१।१०७॥ अंशं हारिणि / 7 / 1 / 182 / / अजातेगे-वा / 7 / 3 / 35 // अदीर्घात्-ने / 1 / 3 / 32 // अंशाहतोः / 7 / 4 / 14 // अजादिभ्यो धेनोः / 6 / 1234|| अदुरुपसर्गा-नेः। 2 / 3 / 77 // अः सपत्न्याः / 7 / 1 / 119 // अजादेः / 2 / 4 / 16 // अदूरे एनः / 7 / 2 / 122 / / अः सृजिशो०।४।४।१११ // अज्ञाने ज्ञः षष्ठी / 2 / 280 // अदृश्याधिके / 3 / 2 / 145 // अः स्थाम्नः / 6 / 1 / 22 // अश्वः / 2 / 4 / 3 // अदेतः-क।१।४।४४॥ अकखाद्य-वा / 2 / 3 / 80 / / अञ्चोऽनर्चायाम् / 4 / 2 / 46|| अदेवासुरादिभ्यो०।६।३।१६४॥ अकविनोश्च रजेः / 4 / 2 / 50 // अञ्जनादीनां गिरौ / 3 / 277 // अदेशकालादध्या०।६४।७६॥ अकद्र -ये।७।४।६९ // अवर्ग-तः / 1 / 3 / 33 // अदोऽनन्नात् / 5 / 11150|| अकमेरुकस्य / 2 / 2 / 93 // अब्वर्गात्-न् / 1 / 2 / 40 / अदो मुमी। 12 / 35 // अकल्पात् सूत्रात् / 62 / 120 / / भट्यर्तिसू-र्णोः / 3 / 4 / 10 // अदोरायनिः०।६।१११३।। अकालेऽव्ययीभावे / 3 / 2 / 146 / / अड्धातोरा-डा / 4 / 4 / 29 // अदोनदीमा-म्नः / 6 / 16 // अकेन क्रीडाजीवे / 3 / 1 / 81 / / अणबेयेक-ताम् / / 4 / 20 // अद्यतनी। 5 / 2 / 4 // अक्लीबेऽध्वर्यक्रतोः / 3 / 1 / 139 / / अणि / 7 / 4 / 52 // अद्यतनी-महि / 3 / 3 / 11 / / अक्ष्णोऽप्राण्यङ्गे / 7 / 3 / 85 / / अणिक्कर्म णिक-तौ / 3 / 3 / 88 // अद्यतन्यां वा-ने।४।४।२२।। अगारान्तादिकः / 6 / 4 / 75 / / अणिगि प्राणिक० // 3 / 3 / 107 / / अद्यर्थाच्चाधारे / 5 / 1 / 12 // अगिलागिलगिल०३।२।११५ // अतः / 4 / 3 / 82 // अदु व्यञ्जने / 2 / 1 / 35 / / 'अग्निचित्या / 5 / 1 / 37 / / अतः कृतमि-स्य / / 3 / 5 / / अव्यञ्जनात् स-लम् / 3 / 2 / 18 // अग्नेश्चेः / 5 / 1 / 164 // अतः प्रत्ययाल्लुक।४।२।८५।। अधण-सः।१।१। 32 // अग्रहानुपदेशे / 3 / 1 / 5 / / अतः शित्युत् / 42189 / / अधरापराच्चात् 72 / 118 // अघक्यबल-वीं।४।४।२॥ अतः स्यमोऽम् / 1 / 4 / 57 / / अधर्मक्षत्रत्रि-याः / 6 / 2 / 12 / / अघोषे प्र-टः। 1 / 3 / 50 // अत आ:-ये।१।४।१॥ अधश्चतुर्थात् तथोधः / 2 / 1179 // अघोष शिटः / 4 / 1 / 45 // | अन इ / 6 / 1 / 31 // अधातुवि-म / 1 / 1 / 27 // अप्रतिस्त-म्भः / 2 / 3 / 4 / / अतमबादे-यर् / 7 / 3 / 11 / / अधातूदितः।२।४।२॥ अड़े हिहनो-र्वात् / 4 / 1 // 34 // अतिरतिक्रमे च / 3 / 1145 // अधिकं तत्सं-डः 71 / 154|| अङ्गानिरसने णिङ् / 3 / 4 / 38 / / अतोऽति रोरुः / 1 / 3 / 20 / / अधिकेन भूयसस्ते / / 2 / 111 / / अस्थाच्छत्रादेरब् / 6 / 4 / 60 // अतोऽनेकस्वरात् / / 2 / 6 / / . अधीष्टौ / 5 / 4 / 32 // अच / 5 / 1 / 49 // अतो म आने / 4 / 4 / 114 // अधेः प्रसहने / 3 / 3 / 77 / / अचः / 1 / 4 / 69 // अतोरिथट / 7 / 1 / 161 // अधेः शीङ्स्थास०।२।२।२०॥ अचि / 3 / 4 / 15 // अनोऽहस्य / 2 / 3 / 73 // अधेरारूढे / 7 / 1 / 187 // अचित्ताददेशकालात् / 6 / 3 / 206 / / अत्र च / 7 / 1 / 49 // अध्यात्मादिभ्य इकण् / 6 / 378 // अचित्ते टक / 5 / 1 / 83 / / / भदश्वाट् / 4 / 4 / 90 // अध्वानं येनौ 71 / 10 / /

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