Book Title: Krudantavali
Author(s): Ajitchandrasagar
Publisher: Agamoddharak Pratishthan

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Page 36
________________ मरा-भावे तरिरि भसि-भावे ભૂત કૃદન્ત | ભૂત કૃદન્ત વર્ત. કૃદન્ત વર્ત. કૃદન્ત | सान्त्वित सान्त्वितवत् सान्त्वयत् । सान्त्व्यमान ५२ / चोरित चोरितवत् चोरयत् चोर्यमाण 43 घोषित घोषितवत् घोषयत् घोष्यमाण - ५४| तोलित तोलितवत् | तोलयत् तोल्यमान ५५ भूषित भूषितवत् | भूषयत् भूष्यमाण ५६ ताडित ताडितवत् । ताडयत् ताड्यमान् ५७/ पारित पारितवत् । पारयत् | पार्यमाण - ५८. पालित पालितवत् | पालयत् पाल्यमान ५८ भक्षित भक्षितवत् । भक्षयत् भक्ष्यमाण 50 कथित कथितवत् | कथयत् कथ्यमान २४ - Jain Education International 2500 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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