Book Title: Krudantavali
Author(s): Ajitchandrasagar
Publisher: Agamoddharak Pratishthan

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Page 46
________________ ક્રમ કર્મણિ-ભાવે ભૂત કૃદન્ત ७१ शान्त ७२ इष्ट ७३ पृष्ट ७४ वन्दित ७५ वृद्ध ७६ पक्क ७७ हृत ७८ डयित ७८ भाषित ८० रत ८१ लब्ध ८२ वृत्त ८३ शोभित કર્તરિ કર્તરિ | કર્મણિ-ભા ભૂત કૃદન્ત વર્ત. કૃદન્ત वर्त કૃદન્ત शान्तवत् शाम्यत् शम्यमान इष्टवत् इच्छत् इष्यमाण पृष्टवत् पृच्छत् पृच्छ्यमान वन्दितवत् वन्दमान वन्द्यमान वृद्धवत् वर्धमान पक्ववत् हृतवत् पचत् पचमान हरत् हरमाण डयितवत् डयमान भाषितवत् भाषमाण रतवत् रममाण लब्धवत् लभमान वृत्तवत् वर्तमान शोभितवत् शोभमान वृध्यमान पच्यमान ह्रियमाण डीयमान भाष्यमाण रम्यमाण लभ्यमान वृत्यमान शुभ्यमान ३४ Jain Education International 2560 Povate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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