Book Title: Krudantavali
Author(s): Ajitchandrasagar
Publisher: Agamoddharak Pratishthan

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Page 67
________________ विध्यर्थ हन्तअनीय | तव्य अन (अनट) १८ द्रोतव्य द्रवणीय द्रव्य द्रवण १९| रटितव्य रटनीय रट्य रटन - २० तप्तव्य तपनीय तप्य तपन २१ मन्तव्य मननीय मान्य मनन - २२ मूलयितव्य | मूलनीय मूल्य मूलन २3 वर्जयितव्य वर्जनीय वर्ध्य वर्जन २४ शिक्षितव्य शिक्षणीय शिक्ष्य | शिक्षण - - २५ अपितव्य अर्पणीय अh अर्पण - - २६] भर्तव्य भरणीय भृत्य भरण - २७ मृगयितव्य । | मृगणीय मृग्य । मार्गण २८ क्षन्तव्य क्षमणीय क्षम्य क्षमण - - २८ ह्वातव्य ह्वानीय ह्वय ह्वान 30/ वाञ्छितव्य वाञ्छनीय वाञ्छ्य वाञ्छन - 3१ रोष्टव्य रोषणीय रोष्य | रोषण ३२ | लोपितव्य | लोपनीय । लोप्य | लोपन પપ Jain Education International 2000 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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