Book Title: Karma Siddhanta
Author(s): Jinendra Varni
Publisher: Jinendravarni Granthamala Panipat

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ १०. स्थित्यादि बन्ध : १. स्थिति, २. बन्ध उदय सत्त्व, ३. अनुभाग, ४. प्रदेश । ११. कर्मबन्ध : ३. कथन-पद्धति, ४. बन्ध के निमित्त, स्थित- अनुभाग-प्राधान्य, ६. प्रदेशास्रव, ५. ७. अनुभाग उद्भव, ८. स्थिति उद्भव, आयुकर्म । ९. १२. उदय तथा सत्त्व : १. उदय, २. सत्त्व, ३. बन्ध उदय सत्त्व सम्मेल । १३. संक्रमणादिः (xi) १. निराशा में आशा, २. भूमिका, ३. संक्रमण, ४. अपकर्षण, ५. उत्कर्षण । १४. उपशम आदि : १. भूमिका, २. उपशम, ३. क्षयोपशम, ४. क्षय, ५. पंच भाव, ६. संवर निर्जरा । १५. कर्म - पुरुषार्थ समन्वय : १. प्रधान प्रश्न, २. यथार्थ पुरुषार्थ, ३. तप का स्थान, ४. तपका स्वरूप, ५. कर्म पुरुषार्थ समन्वय । १६. कर्मोन्मूलन : १. शंका, २. समन्वय, ३. पुरुषार्थ उद्भव, ४. पंच लब्धि, ५. मोहोन्मूलन, ६. घात्युन्मूलन, ७. अघात्युन्मूलन, ८. उपसंहार । ४४ ४८ ५५ ५८ ૬૪ ७२ ७७

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96