Book Title: Jwala Malini Kalpa Author(s): Chandrashekhar Shastri Publisher: Mulchand Kisandas Kapadia View full book textPage 8
________________ D. PR P क 1- T #4 ----- * श्री पंचगुरुभ्यो नमः | श्री चंद्रप्रभाय नमः । मुनिराज श्री इन्द्रनन्दि विरचित - श्री ज्वालामालिनी कल्प भाषाटीका और मंत्र तंत्र सहित प्रथम परिच्छेद ॥ मंगलाचरण | 2 चंद्रप्रभजिननाथ, चंद्रप्रभमिन्द्रनंदिमहिमानं । ज्वालामालिन्यचिंत, चरणसरोजद्वयं वंदे ॥ १ ॥ अर्थ - जिनकी महिमा इन्द्रनन्दिको भी प्रसन्न करनेवाली है, जिनके चरणकमल ज्वालामालिनी नामकी देवोसे पूजेPage Navigation
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