Book Title: Jivajivabhigama Sutra Part 02
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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२३२.
क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या ३२. जंबूद्वीप के चन्द्रद्वीपों का वर्णन १६२/५१. घृतवर आदि द्वीप समुद्रों का वर्णन २१७ ३३. जंबूद्वीप के सूर्यद्वीपों का वर्णन १६५ /५२. नंदीश्वर द्वीप का वर्णन २२१. .. ३४. लवण समुद्र के चन्द्रद्वीप आदि १६६ ५३. अरुणद्वीप, अरुणोदक समुद्र वर्णन २२७ ३५. धातकीखण्ड के चन्द्र द्वीपों आदि ५४. जंबूद्वीप आदि नाम वाले द्वीपों का वर्णन
| की संख्या ३६. कालोदधि समुद्र के चन्द्र द्वीपों .. ५५. समुद्रों के पानी का स्वाद २३३ आदि का वर्णन
१६८/५६. समुद्रों में मच्छ कच्छ आदि . . २३६ ३७. देव द्वीप आदि में चन्द्रद्वीप आदि १७० | ५७. द्वीप समुद्रों की संख्या .. २३७ ३८. स्वयंभूरमण द्वीप के चन्द्र सूर्य द्वीप १७२ ५८. द्वीप समुद्र के परिणाम
२३८ ३९. लवण समुद्र की उद्वेध परिवृद्धि आदि १७५ ज्योतिषी उद्देशक ४०. लवण समुद्र का गोतीर्थ
१७८ ५९. इन्द्रिय पुद्गल परिणाम २३९ ४१. लवण समुद्र का संस्थान आदि १७८६०. देव शक्ति विषयक वर्णन
. २४० ४२. लवण समुद्र, जम्बूद्वीप को जलमग्न |६१. चन्द्र सूर्य वर्णन ,
२४२ क्यों नहीं करता?
६२. प्रथम वैमानिक उद्देशक २६१ द्वीप समुद्र
६३. द्वितीय वैमानिक उद्देशक २६९-२९२ ४३. धातकीखण्ड द्वीप का वर्णन
१.विमानों की मोटाई और ऊंचाई २७१ ४४. कालोदधि समुद्र का वर्णन . १८७ २.विमानों का संस्थान २७२ ४५. पुष्करवर द्वीप का वर्णन
३.विमानों की लम्बाई चौड़ाई २७२ ४६. मानुषोत्तर पर्वत का वर्णन
४.विमानों के वर्ण
२७४ ४७. समय क्षेत्र का वर्णन
५.विमानों की प्रभा ६.विमानों की गंध
२७४ ४८. पुष्करोद समुद्र का वर्णन
७.विमानों का स्पर्श ४९. वरुणवर द्वीप वर्णन
२१३ ८.विमानों का स्वरूप
२७४ ५०. क्षीरवर द्वीप और क्षीरोद समुद्र २१६ ९.वैमानिक देवों में उत्पाद
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