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व्यवसायका. सत्य
और नहीं है । प्राइवेट सम्पत्तिके भावका उन्मूलन तभी सम्भव है जब हम माने कि व्यक्तिकी इच्छायें भी उसकी अपनी न होंगी, वह सर्वांशतः परमात्माके प्रति समर्पित होगा।
इसलिए, लोगोंसे कहना होगा कि हाँ, सोशलिज़ेशनके लिए तैयार रहो । तैयार क्यों, उस ओर बढ़ो । लेकिन मालूम होता है कि सोशलिज़ेशनवालोंसे भी कहना होगा कि देखो भाई, उसके आगे भी कुछ है। उसके लिए भी हम सब उद्यत रहें, सचेष्ट रहें। फार्मूला कुछ बनाया है, इसमें हरज नहीं । पर फार्मूला फार्मूला है । फार्मूलासे कहीं बहुत चिपट न जाना । ऐसे वह बन्धन हो जाता है।
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