Book Title: Fool aur Parag Author(s): Devendramuni Publisher: Tarak Guru Jain GranthalayPage 12
________________ कथाक्रम १. अनीति का धन २. बड़ा बनने का मूल मंत्र ३. धूर्त की अमानत ४- मृत्यु के पश्चात् ५. पिता की सीख ६. बड़ी कौन ? ७. मयणल्ल देवी ८. अभिमान गल गया ह. पारसमणि १०. हार ११. क्या मेरा संवत चलेगा ? १२. खून का असर १३. घेवर १४. रानी का न्याय १५. करनी जैसी भरनी १६. बुद्धि का चमत्कार १७. नमक से प्यारे १८. आदमी की पहचान १६. चोर नहीं, देवता २०. परिवर्तन २१. कसाई केवली बना RASH2M sial १०२ १०७ ११४ Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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