Book Title: Fool aur Parag
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 106
________________ बुद्धि का चमत्कार ६३ उसी के बाहर उन सभीको बिठाया जाय । कुछ समय तक यह नाटक करने के पश्चात् राजकुमार के निधन के समाचार प्रसारित किये जायें जिससे लोगों को मालूम हो जायेगा कि राजकुमार बीमार होकर मरा है । राजा को अनिल की बात जच गई। वैसा ही किया गया । प्रजा को यह विश्वास हो गया कि प्रदीप राजकुमार अपनी मौत से ही मरा है । राजा अनिल की बुद्धिमानी पर प्रसन्न हुआ । दो लाख की थैली भेंट कर उसे अपना प्रधानमन्त्री बना दिया । अब तो अनिल के घर में आनन्द की बंशी बजने लगी । Jain Education Internationa For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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