Book Title: Dashkarm Paddhati
Author(s): Hariprasad Bhagirath
Publisher: Hariprasad Bhagirath

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Page 20
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir RaMEDISHABHARIDERESTMIDARISESEAN SAEDSMEERUTAITANDIR ता अन्योवाब्राह्मणोनित्यंहस्तेनजुहोति तत्रप्रथमाहुतौमंत्रःशंडामर्काउपवीरः ।। शौंडिकेयउलूखलः मलिम्लुचोद्रोणासन्यवनोनश्यतादितःस्वाहा इदंशंडामा | भ्यामुपवीरायमलिम्लुचायद्रोणेभ्यश्यवनाय०द्वितीयाहुतौ ॐआलिखन्ननिमिषः ।। किंवदंतउपश्रुतिहर्यक्षः कुंभीशत्रुःपात्रपाणिर्चमणिहंत्रीमुखः सर्षपारुणश्यवनोन श्यतादितःस्वाहा इदमालिखतेऽनिमिषायकिंवदद्भयउपश्रुतयेहर्यक्षायकुंभीशत्रवेपा पाणयेत्मणयेहंत्रीमुखायसर्षपायारुणाय अथयदिदशाहास्यंतरेकुमारग्रहोबा लमाविशेत्तेनाविष्टोननामयतिनरोदितिनहष्यतिनतुष्यतिचतदेतन्नैमित्तिकंकर्तव्यं तदातंबालकंजालेनप्रच्छाय उत्तरीयेणवाससाअंकमादायतंबालंपिताजपति कू। कुरस्तुकूधैर:कूधैरोबालबंधनःचेञ्चेच्छुनकसृजनमस्तेअस्तुसीसरोलपेतापव्हरसत्य For Private and Personal Use Only

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