Book Title: Dashkarm Paddhati
Author(s): Hariprasad Bhagirath
Publisher: Hariprasad Bhagirath
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॥९
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यत्तेदेवावरमददुःसत्वंकुमारमेववारणीथाः चेच्चेच्छनकसृजनमस्तेअस्तुसीसरोल || पद्ध० पतापव्हरसत्यंयत्तेसरमामातासीसरःपिताश्यामशबलौनातरौ चेच्चेच्छुनकसृजन मस्तेअस्तुसीसरोलपेतापव्हरेतिजपः ननामयतिनरोदितिनदृष्यतिनग्लायति यत्र ।। वयंवदामायत्रचाभिमशामसि इत्यभिमशति ॥ इतिजातकर्म ॥४॥ ॥ ॥ अर्थनामकर्म ॥ अथदशमेहनिसूतिकांचोत्थाप्यैकादशेहनिविहितदिनांतरेवापिता नामकुर्यात् तत्रप्रथमंमाटपूजा युदयिकादिकृत्वाब्राह्मणान्भोजयेत् कुमारंसंस्ना । प्यअहतवासःपरिधाय्य कृतस्वस्ययनंप्राङ्मुखंदक्षिणकर्णेअमुकशर्मासीतित्रिः । श्रावयति अथआयुर्वेदात्मंत्रः अंगादंगात्संभवसिहदयादधिजायसे ॥ आत्मावै men पुत्रनामासिसजीवशरदःशतम्॥नामयक्षरंचतुरक्षरंमुखोयंशर्मातंब्राह्मणस्य वर्मा।
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