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६६६ जाइवि बहुसुरवरसमवाए अइभत्तिए कयदुंदुहिणाए पहाविवि सुरतरुकुसुमिहि अंचइ णिरवहि पुण्णु विसेसें संचइ
॥ घत्ता ॥ जिणपूयपुरंदरविहियरइ एकवार जो इत्थ णरु सो अंबपसाय हवेइ लहु अमरकित्तितियसेसरु ॥१२॥
इय छक्कम्मोवएसे महाकइसिरिअमरकित्तिविरइए महाभवअंबपसायाणुमण्णिए जिणपूयापुरंदरकहावण्णणो दहमो संधिपरिच्छेओ सम्मत्तो ॥ संधि १०॥
16. A. °खमवाए for समवाए; B. जाएवि; °समवाए; °णाएं; C. °समवाएं; कयई दुदहिणाएं. 17. A. ण्हाविवि; B. हिं; विसेसिं; C. कुसुमहि; पुणु. 18. B. विहि करइ; एत्थु; C. विहि करइ. I . B. सो is not in the Ms.
Colophon : B. adds. महाकव्वे; अंवसायापरंदरविहिकहा; परिच्छेओ dropped. ॥ संधी दशमः ॥१०॥॥.