Book Title: Bruhad Sanskrit Hindi Shabda Kosh Part 01
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: New Bharatiya Book Corporation
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
चन्द्रकाञ्चिताश्छदा
३७९
चन्द्राभासः
१/४१) चन्द्रस्य कलामिव। (जयो० १०/११८) किन्न चकोरदृशोः शान्तिमयी प्रभवति चन्द्रकला सा। (सुद०
७४)
चन्द्रकाञ्चिताश्छदा (स्त्री०) शिखिपत्र, चन्द्रकान्तमणि की
प्रभा। (जयो० १३/४९) चन्द्रकान्त (वि०) चन्द्रमा की प्रभा, (जयो० वृ० १/१४) चन्द्र
ज्योत्स्ना। (वीरो० २/१५) २. चन्द्रकान्तमणि। (सुद०
१/२८) चन्द्रकान्तमणि: (स्त्री०) शलोपल, चन्द्रकान्त नाम मणि।
(जयो० वृ० २४/४९) चन्द्रकान्ता (स्त्री०) रात्रि, चादनी ज्योत्स्ना। चन्द्र इव मनोहरा
सुलोचना सैव चन्द्रकान्ता, चन्द्रकान्तमणि। (जयो० वृ०
१२/६२) 'चन्द्रकान्ता न कलावता द्रुता' (सुद० ३/४१) चन्द्रकान्तिः (स्त्री०) चादनी। (वीरो० २२/११) चंदगुप्तः (पुं०) चन्द्रगुप्त राजा। (वीरो० २२/११) चन्द्रगृह (नपुं०) कर्कराशि, राशिचक्र में चौथी राशि। चन्द्रगोलः (पुं०) चन्द्रलोक, चन्द्रमण्डल। चन्द्रगोलिका (स्त्री०) चांद, ज्योत्स्ना। चन्द्रग्रहणं (नपुं०) चन्द्र का राहुग्रस्त होना। चन्द्रचञ्चला (स्त्री०) लघु मत्स्य। चन्द्रचूडः (पुं०) शिव, महादेव। (जयो० १६/१४)
'चन्द्रश्चूडास्थाने' चन्द्रचूडामणिः (पुं०) शिव, महादेव। चन्दतुल्य (वि०) चन्द्र के समान। (जयो० १/१०) चन्द्रदारा (स्त्री०) नक्षत्र। चन्द्रद्युतिः (स्त्री०) १. चन्दन की लकड़ी, २. चांदनी। चन्द्रनामन् (पुं०) कपूर। चन्द्रपादः (पुं०) चन्द्रकिरण। चन्द्रप्रभा (स्त्री०) चन्द्र प्रकाश चन्द्रप्रज्ञप्तिः (स्त्री०) चन्द्र के स्वरूप को व्यक्त करने वाला
शास्त्र। चन्द्रप्रभः (पुं०) अष्टम तीर्थंकर। (भक्ति० १८) चन्द्रप्रभं
नौमि यदङ्गसारस्तं कौमुदस्तोममरीचकार। (वीरो० १/३) कर्तुं कुवलयानन्दं सम्वद्धुं च सुखंजनैः। चन्द्रप्रभः प्रभुः स्यान्नस्तमोप्रहाणये। (दयो० १/२) १. ज्योत्स्ना, चांदनी। चन्द्रस्येव प्रभा ज्योत्स्ना सौम्यलेश्याविशेषोऽस्येति चन्द्रप्रभः।
चन्द्रप्रभ विस्भरामि न त्वाम्। (सुद० ८९) चन्द्रबाला (स्त्री०) १. बड़ी एला, २. चांदनी, ज्योत्स्ना।
चन्द्र बिन्दुः (स्त्री०) अनुस्वार। चन्द्रभस्मन् (नपुं०) कपूर। चन्द्रभागा (स्त्री०) एक नदी विशेष। चन्द्रभासः (पुं०) तलवार, असि। चन्द्रभूतिः (स्त्री०) चांदी, रजत। चन्द्रमणिः (स्त्री०) चन्द्रकान्त मणि। (जयो० वृ० १५/४८) चन्द्रमण्डल (नपु०) चन्द्रबिम्ब। (वीरो०५/२१) चन्द्रमस् (पुं०) चन्द्रसम। (सुद० १००) शीता अनुष्णा करा:
किरणा यस्य तद्भावं, चन्द्रमा। चन्द्रमस् (नपुं०) चन्द्रमा, सुधाकर, शीतधाम, अमृता, सुधारश्मि,
शीतकरत्व। (जयो० वृ० १६/१०) लाञ्छनेश, निशानिशान, परीयूषपात्र. अमृतभाजन, क्षपाकर, पीयूषपाद। (जयो०
१५/६८) चन्द्रमौलि (पुं०) राजा बीरबल्लात का मन्त्री। (वीरो० १५/४१) चन्द्ररेखा (स्त्री०) चन्द्रकला, चन्द्र किरण। चन्द्ररेणु (स्त्री०) चन्द्रकिरण। चन्द्रलेखा (स्त्री०) चन्द्रकला। (जयो० ३/४०) चन्द्रलोकः (पुं०) चन्द्रकिरण। चन्द्रलोहकं (नपुं०) चांदी, रजत। चन्द्रवंशः (पुं०) चन्द्रकुल। चन्द्रवदनं (नपुं०) चन्दमुख। चन्द्रविचारः (पुं०) चन्द्रप्रभा। (सुद० २/४६) चन्द्रव्रत (नपुं०) तप विशेष। चन्द्रशाला (स्त्री०) चौवारा, अग्गासिया, अटारी, छत का
ऊपरी हिस्सा, अट्टालिका। (जयो० २१/७७) चन्द्रशालिका (स्त्री०) चौवारा। चन्द्रशिला (स्त्री०) चन्द्रकान्तमणि। चन्द्रसंज्ञः (पुं०) कपूर। चन्द्रसंभवः (पुं०) इलायची। चन्द्रहन् (पुं०) चन्द्र का राहु द्वारा ग्रस् होना। चन्द्र ग्रहण। चन्द्रहासः (पुं०) १. असि, तलवार। २. असिधृत, चन्द्र रूपी
खड्ग। (जयो० २७/२७) चन्द्राख्यः (पुं०) चन्द्र नाम। (जयो० वृ० १/१५) (वीरो०
१/१४) चन्द्राननं (वि०) चन्द्रमुखा चन्द्राननः (पुं०) कार्तिकेय। चन्द्रापीडः (पुं०) शिव शंकर। चन्द्राभासः (पुं०) चन्द्रमा का आभास होना।
For Private and Personal Use Only
Page Navigation
1 ... 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438