Book Title: Bhavishyadutta Charitram
Author(s): Meghvijay Gani, Mafatlal Zaverchand Gandhi
Publisher: Mafatlal Zaverchand Gandhi

View full book text
Previous | Next

Page 134
________________ पञ्चदशमोड (चिकाट भविष्यद चरित्रम 122 भूपतेराज्ञया सर्व-स्वजनानुमतस्ततः / उद्यानस्थ विमान द्रागाऽऽरोह क्षितीश्वरः // 77 // भविष्यखेचरावेकासने तत्र निषीदतुः / अन्यत्रैकासने नायौँ, भवदत्तनृपाङ्गजे // 7 // माकल्यतूर्यनिर्धे पैविमानमचलविवि / चित्रेण पूरयत्पौरान भूचरानुन्मुखाऽम्बुजान // 79 // देशान् ग्रामानधो मुञ्चन्, विमान गगनाऽध्वना / सिन्धोरुपरि निर्गत्य, तिलकद्वीपमासदत् // 8 // उपवनमिदमीयं [तिलकद्वीपोद्यानं पाप्य मुक्त्वा विमानं / पुरतरुणपुरन्ध्रीलोचनैः पीयमानः॥ बहुदिनमिलनेनाऽऽनंदिताऽशेषपौर-स्तिलकनृपतिरन्तनॅनचैत्यं विवेश // 81 // सामन्तैर्बहुमन्त्रिभिर्विनिहितैर्योग्याधिकारे पुरा / श्रुत्वा भूपसमागमं पुनरपि प्राप्तं सुपुण्योदयात् // भूयः माभृतढौकनेन सहसा नेमे जिने मेदुरः / कान्तायुतः स्तुतः सपुण्यनृपतिन्दैर्लसबन्दिनाम् / / 82 // इति श्रीभविष्यदत्तचरित्रे श्रुतपञ्चमीमाहात्म्यपवित्रे महोपाध्यायश्रीमेघविजयगणिविरचिते पञ्चदशमोऽधिकारः।

Loading...

Page Navigation
1 ... 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170