Book Title: Bhav Tribhangi Author(s): Shrutmuni, Vinod Jain, Anil Jain Publisher: Gangwal Dharmik Trust Raipur View full book textPage 6
________________ 94-97 111-115 112-116 98-102 116-120 103-104 105-106 20. ज्ञान मार्गणा में भाव त्रिभनी व्यवस्था एवं संदृष्टियाँ (62-64) 21. संयम मार्गणा में भाव विभङ्गी व्यवस्था एवं संदृष्टियाँ (65-70) 22. दर्शन मार्गणा में भाव त्रिभङ्गी व्यवस्था _____एवं संदृष्टियाँ (71-73) 23. लेश्या मार्गणा में भा त्रिभनी व्यवस्था एवं संदृष्टियों (74-76) 24. भव्य एवं सम्यक्त्व मार्गणा में भाव विभङ्गी व्यवस्था एवं संदृष्टियाँ (11-84) 25. संज्ञी मार्गणा में माव त्रिभनी व्यवस्था एवं संदृष्टियाँ (85-86) 26. आहारक मार्गणा में भाव त्रिभनी व्यवस्था एवं संदृष्टियाँ (87-88) 27. अंतिम मङ्गलाचरण एवं लघुता प्रदर्शन 117-121 122 122-125 125-127 126-129 129-132 131-137 107-109 110-111 112-114 139-141 140. 141-142 143-144 115-116Page Navigation
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