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प्राचीनलिपिमाला
इ-ती. मरे में चना. उ -दू. नी. ११(जुन्नर): धो. तीसरे से बना, पां. ५६.
ए-ती. ५.(कांचीपुरम का लम्ब); चौ. ५ (नंदिवर्मन् का दानपत्र); पां. ५२ ( परमेश्राधर्मन् का दानपल): छ. ५४
ओ-दू. ती.४३ (देखा, सिंहवर्मन् के दानपत्र का 'श्री'): चौ. ५..
2- सी. ५४ ( उद्यंदिरम् का दानपत्र): पी. ५.० ( श्रीरंगम का लेख ); पां. ५६ (गिरिभपाल का दानपख)
ख-६.७ मी. ५३; चौ, ५४ (उदयेदिरम् का दानपत्र ). ग...ती. ४५ ( बादामी का लेव); चौ. ५३; पां. ५ (नंदिवर्मन् का दानपत्र). घ.-ती. ५४
-ती. ५२ ('क' में); ची ५ः ('ग' में). च सी. ५२(करम् का दानपख):चा. ५३ (नारासिंगमगलम्ब):पां.५४(पृथ्वीपति का दानपत्र) छ. दु.६ सी. ४५ (सर्वलोकाश्रय का दानपत्र); चौ. ५३: पां. चौथे से बना. ज.. ती.४३:ची. ५२(कांचीपुरम् का लेख). पां.चौथे से बना (चलती कलम से लिखने से): २.५४. झती . दसरे से बना; चौ तीसरे से बना.
अती . ५२ (कांचीपुरम् के लेख के 'ज्ञा में): चौ. ५२ (कूरम् के दानपत्र के 'ज' में); पां. ५३ (नंदिवर्मन् के दानपन के 'ज्ञा में)
र दू. ५५ (नंदिवर्मन् का दानपल). ठ मृल ब्रानी के समान,
--सी, ५२: चौ.५४; पां. ५५ (शविलिमेड का लेख ), ह. ४१ती. ५४. या-मी. ५२ (मामल्लपुरम् के लेख); चौ. ५३ (मावलीपुरम का लेख): पां. चौरे से बना. ----सी. ५२: पौ. ५६.
4- ११ (काली के खेव);ती. ५२ (कांचीपुरम् का लेव): चौ. ५२ (कूरम् का दानपख): पां. चौथे से बना.
द-दू. ५०( मामल्लपुरम् के लेख):ती. ५३ चौ. ५६. पती . ४३ (पिकिर का दामपत्र ): चौ. ५२ (कांचीपुरम् का लेख),
न-द. १. (जग्गयपेट के लेम्प ): ती. ५६(करम् का दानपत्र); चौ. ५४ (पृथ्वीपति का दानपद); पां. ५६.
प.-ती. ५४. फ-ती. ५३; चौ. ५६ (श्रीरंगम् का लेख). ब-द. १३ नी. १५; चौ. ५२ ( कांचीपुरम का लेख ), पां. ५२ (कूरम् का दानपत्र ).
भ-द. ५२ (मामल्लपुरम् के लेव);ती. ५. (कांचीपुरम् का लेख); चौ. ५२ (क्रूरम् का दानपत्र); प ५६ (श्रीरंग का लेख),
मती . ५२ (कूरम् का दानपत्र ): चौ. ५४ (पृथ्वीपति का दानपत्र ). य-दू. ६ (वासिष्ठीपुत्र का लेख ). र-चौ. ५५ (चिदंबरं का लेख). ल-६.६:ती. ५२ (कांचीपुरम का लेख): मा. ५० (करम का दानपत्र ). न-ती, ५२ (करम् का दानपत्र ): ची ५४ ( पृथ्वीपति का दानपत्र ). श-ती. ५२ ( कांचीपुरम् के लम्ब के 'शू' में); चौ. ५३; पां. ५४ ( पृथ्वीपति का दानपत्र ). प-जी ५३ (नंदिवर्मन का दानपत्र ): चौ. ५५; पां. ५
म-टु, १२: ती. ५३ (नंदिवमेन का दानपत्र): नौ. ५३ (नारसिंगम् का लेख); पां. ५४ (पृथ्वीपति का दानपत्र),
ह ती. ५२ (करम का दानपत्र): ची. तीसरे से बना.
-द. ५२:नी ; मी. ५४(नंदिवर्मन् का दामपत्र); पां. ५५ (उदयेंदिरम का दानपत्र).
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