Book Title: Bharatiya Prachin Lipimala
Author(s): Gaurishankar H Oza
Publisher: Munshiram Manoharlal Publisher's Pvt Ltd New Delhi

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Page 294
________________ Plato LXI पणवतिलकवंशी राजा दन्तिर्मन के समय के लिये केले में ई. स. को ८वीं शताब्दी), 家 I दू उ क ङ न ट UT म य य र ल 4 त्रु ३ १ क श J coom के Q 10 व 伤 శ 7 प 207 45007 कुटु सु मु रुवु · नू कुऽशु पुछद्म খ ফ श लिपिपत्र इवां पतिलक दन्तिवर्मन् धीर राष्ट्रकूट करणराज : नौसरे) के लेखों से. (ई. म. की नवीं और दमदीं शताब्दी) श्र रात्रकूट राजा कण्णरदेव राज तोमरे के समय के केस से ई.स. की वीं शताब्दी). i श्रा र 3 す क ङ ३ ञ 2 रा न न यु 3 2 77 খJও< any oh n व व ६ रु कू চমR भु न 69 कल्ट दू 无 म के 3 छ ल म एस का मा ल कि मि তাটা ঙ ঠো pm or Ho থট पे ने रेकको তএom of ইন प ॐ र टु पू ॐ ৬গু क A न प लू मृ कु ঙ ङ व 하 न 刃 无 द मा या f 白 कु टु शु 5 J न पो टटा psাআ?? 습 वे ₹ GU তষ হয় কথা া<s राष्ट्रकूट राजा कण्णरदेव (कृष्णराज तोमने केके जार के चटान पर के बम. Aho | Shrutgyanam श प 現 मा 4 3 2 77 & ggge ण के क य र ल ৩০০৭০p ष्णा की पे क 我 থাযু০৩ 07 ता म U० त ! न ਸ لا नः तु ट्टु. प प या य र ८७ १ पू मु पुঙ प प्रि 女

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