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मांबलि ने जिने हुए योत्रगो के दानपत्र से ( कोलम् सं. १४८ =ई. म. ८७३).
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श्रीवल्लवंगोडे, भास्करमविवर्तन और वौरगघन के दानपत्र से.
(ई.स. की १०वीं में १४वीं शताब्दी के आसपास तक).
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कोचिन में मिले हुए भास्करर विवर्तन के दानपत्र मे (ई.स. की ११वीं शताब्दी के आसपास).
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