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Plate LVI.
लिपिपत्र ५६वां.
पाण्यवंशो मंदरपाग्य के लेख और यादव विरूपाक्ष तथा गिरिभूपाल के दामपनरों मे.
प.को १३वीं से १५वीं मनाम्दो तक
पाण्यवंशी राजा सन्दरपाश के श्रीरंग के लेख (ई. म. को १०ौं शताब्दी).
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भान पूणित से मिले हुए विजयनगर के यादव राजा विरूपाक्ष के दान पत्र में {ग. मं. १३०५. ई. म. १९८३).
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विजयनगर के यादव गिरिभूपाल के दानपत्र में (शक. म. १०४..म.१४२४),
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Aho! Shrutgyanam