Book Title: Amarmuni Upadhyaya Vyaktitva evam Krutitva Author(s): Vijaymuni Shastri Publisher: Sanmati Gyan Pith Agra View full book textPage 6
________________ विषय Esgraat १४६ २२. युग-निर्माता २३. व्यक्तित्व का प्राचार-पक्ष २४. व्यक्तित्व का विचार-पक्ष २५. अध्ययन २६. अध्यापन २७. व्यक्तित्व का आकर्षण बहुमुखी कृतित्व : (पृ०६७ से २१४ ) २८ कवि जी की काव्य-साधना २६ कवि जी की काव्य-कला ३०. निवन्व-कला ३१. संस्मरण ३२ यात्रा-वर्णन ३३. गद्य-गीत ३४. कहानी-कला ३५. जीवनी ३६. जीवन चरित्र ३७ समीक्षा और समालोचना ३८. व्याख्या साहित्य सम्पादन-कला अनुवाद ४१. शिक्षण-साहित्य ४२. मन्त्र-साहित्य ४३. स्तोत्र-साहित्य ४४. कवि जी की प्रवचन-कला ४५. सन्मति ज्ञानपीठ ४६. कवि जी की साहित्य-रचना प्रवहमान : (पृ० २१५ से २१६ ) १५३ १६१ १६५ १७१ १७५ ३६. १७६ १८२ १८५ १८६ १६१ १९७ २०५ २१२Page Navigation
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